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उत्तर प्रदेश में सुरहा ताल से लेकर बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर तक ; एक से बढ़ कर एक हैं ऐतिहासिक धरोहर

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Dharm adhyatma : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक से बढ़ कर एक ऐतिहासिक धरोहर आज भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। वहां घूमने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस धरती को भृगु नगरीबागी बलिया के नाम से भी जाना जाता है। यदि इस जिले में घूमने की बात करें, तो यहां एक से एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां एक तरफ इन स्थानों पर जानें से मन को शांति मिलती है, वहीं इन स्थलों से एक अलग-सा लगाव भी हो जाता है। आपको बताते चलें कि बलिया जनपद ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है। इसी धरती पर राजा बलि ने अपना यज्ञ भी सम्पन्न किया था। यहां एक से बढ़ कर एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो हर किसी के मन को मोहित करने का काम करते हैं।…तो आइए आज हम आपको बताते हैं जिले के पांच रोचक और ऐतिहासिक स्थलों के बारे में, जहां एक बार आ जाने के बाद उनकी तस्वीर कोई भी नहीं भूलता।

ये हैं जिले के पांच ऐतिहासिक घूमने की जगह

भृगु मंदिर

इसी धरती पर भृगु मुनि ने त्रिदेव परीक्षण के दौरान मिले श्राप का प्रायश्चित किया था। यह धरती भृगु बाबा की तपोस्थली रही है। इस जिले को ही भृगु नगरी कहा जाता है। यह एक धार्मिक स्थल है। यहीं पर इन्होंने समाधि ली थी। यहां पर इनका बड़ा आश्रम भी बना हुआ है। शादी-विवाह सहित अन्य कार्यक्रम भी यहां किये जाते हैं। बलिया रेलवे स्टेशन से महज कुछ ही दूरी पर यह मंदिर स्थित है।

सुरहा ताल

यह जिले का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल है। सुरहा ताल अपने आप में ऐतिहासिक है। यह मुख्यालय से 17 किमी दूरी पर स्थित है। यहां स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की भीड़ लगी रहती है, जिसकी कहानी रघुवंशी राजा सूरथ से जुड़ी हुई है। कई सालों तक राजा सूरत ने यहां तपस्या की थी। इन्हीं के नाम पर ही इसका नाम सुरहा ताल पड़ा।

बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर

जिले में भगवान शंकर का यह मंदिर लाखों लोगों के लिए आस्था का केन्द्र है। मंदिर काफी प्राचीन और ऐतिहासिक है। यह मुख्य बाजार में ही स्थित है। पूजा-पाठ के लिए आसपास के जिलों के साथ ही बिहार समेत अन्य प्रांतों के भी श्रद्धालु यहां आते हैं।

गायत्री शक्तिपीठ

गायत्री शक्तिपीठ मंदिर शहर में महावीर घाट के पास में स्थित है। इस मंदिर में गायत्री माता के दर्शन के साथ-साथ कई ऐसे रोचक तथ्य हैं, जो आत्मा को शांति प्रदान करते हैं। बहुत सुन्दर तरीके से बने हुए इस मंदिर में श्रीराम स्मृति उपवन भी अपने आप में एक आकर्षण का केन्द्र है।

चैन राम बाबा समाधि स्थल

चैन राम बाबा समाधि स्थल जिले का प्राचीन और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है। बाबा ने यहां पर जिन्दा समाधि ली थी। यह बलिया शहर के सहतवार में स्थित है। यह ख्याति प्राप्त सिद्ध शक्तिपीठों में से एक है। यहां पर दूर-दूर से लोग बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर परिसर बहुत बड़ा है, जिसमें एक ऐतिहासिक तालाब भी देखने को मिलता है, इसमें बहुत सारी मछलियां हैं, जिन्हें लोग खाना भी देते हैं। हर समय यहां किसी न किसी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित होता रहता है।

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