New Delhi news : एक तो गलती पर गलती और दूसरी गलत रास्ते पर आगे बढ़ाने की प्रवृत्ति। बांग्लादेश आजकल इसी कथन को चरितार्थ कर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। लोन भी मिलने के आसार कम लग रहे हैं, लेकिन अपनी बर्बादी की कहानी को दबाने के लिए बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अपने देश की छवि खराब करने का आरोप
जानकारी मिल रही है कि अब स्थिति ये है कि बांग्लादेश ने भारतीय टीवी चैनलों और यूट्यूब कंटेंट को बैन करने के लिए अपने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। पिछले कुछ सालों में भारत ने बांग्लादेश को कई मेगा प्रोजेक्ट के जरिए आर्थिक और रणनीतिक मदद दी थी। शेख हसीना सरकार के दौरान भारत और बांग्लादेश के संबंध मजबूत रहे। लेकिन मोहम्मद युनूस की सरकार आते ही स्थिति पूरी तरह से बदल गई। बांग्लादेश ने आरोप लगाया कि भारतीय टीवी चैनल और यूट्यूबर उनके देश की छवि खराब कर रहे हैं।
याचिका दायर करने वाले ने की पुष्टि
याचिका दायर करने वाले वकील एखलास उद्दीन भुइयां ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति फातेमा नजीब और न्यायमूर्ति सिकदर महमूदुर रज़ी की उच्च न्यायालय की पीठ द्वारा किए जाने की उम्मीद है। याचिका में विशेष रूप से भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए केबल टेलीविजन नेटवर्क ऑपरेशन अधिनियम 2006 की धारा 29 के तहत निर्देश देने की आवाज उठाई गई है।