Pryagraj News : प्रयागराज महाकुम्भ मेला क्षेत्र में रविवार शाम को भीषण आग लग गयी। यह आग सर्वप्रथम सेक्टर-19 स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ गीता प्रेस गोरखपुर के कैम्प में लगी, जिसके बाद चारों ओर आग फैल गयी। इस आग की जद में कई टेंट आये और कई सिलिंडर भी फटे, जिससे स्थिति भयावह हो गयी। महाकुम्भ मेला क्षेत्र में लगी इस आग ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर -19 में आग लगने का सही कारण फिलहाल सामने नहीं आया है। प्रारम्भिक तौर पर बताया गया है कि सबसे पहले एक सिलिंडर में आग लगी और उसके बाद ही आग चारों ओर फैल गयी। आग ने जब विकराल रूप धारण किया, तो अलग-अलग टेंट में रखे सिलिंडर एक के बाद एक करके फटने शुरू हो गये। सिलिंडर फटने से कई ब्लास्ट हुए। जानकारी अनुसार करीब 08 से 09 सिलिंडर फटने की जानकारी मिल रही है। यह बात जरूर रही कि सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इससे पहले भीषण आग के कारण करीब 16 से 20 टेंट जल कर राख हो गये।
आग लगने की घटना पर बात कर रहे अखाड़ा थाना प्रभारी भास्कर मिश्रा ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ मेला क्षेत्र में स्थित सेक्टर 19 में दो सिलिंडर फटने से अन्य कैम्पों में भीषण आग लगी। वहीं, महाकुम्भ- 2025 के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा है, ‘यह बहुत दुखद! महाकुम्भ में आग लगने की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन तत्काल राहत एवं बचाव-कार्य सुनिश्चित कर रहा है। सभी की सुरक्षा के लिए हम मां गंगा से प्रार्थना करते हैं।’
घटना के सम्बन्ध में प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट रवीन्द्र कुमार का कहना था, कि महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर- 19 में स्थित गीता प्रेस के टेंट में शाम करीब 04.30 बजे आग लग गयी। इस घटना में किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है। इसके साथ ही स्थिति नियंत्रण में है।
गौरतलब है कि 13 जनवरी को महाकुम्भ शुरू हुआ है और 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान करोड़ों लोगों ने स्नान कर पुण्य लाभ हासिल किया है। कुम्भ अधिकारियों के अनुसार रविवार को 46.95 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगायी है।
200 शिविर…500 टेंट खाक, सिलिंडर के उड़े परखच्चे कहीं बिखरे चूल्हे, तो कहीं टूटे दिखे बर्तन…
आग से 200 शिविर और 500 टेंट और उनमें रखे सामान जलकर खाक हो गये। हालांकि, अब तक की जानकारी में आग लगने का सही कारण सामने नहीं आया है। एनडीआरएफ की चार टीमें यहां तैनात हैं। महाकुम्भ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हम जांच में आग के कारणों का पता लगायेंगे। मौके पर करीब 15 दमकल गाडिय़ां मौजूद हैं। हम लोगों को निकाल रहे हैं। सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
300 फीट ऊपर तक उठा धुआं
आग लगने के दो मिनट बाद फायरब्रिगेड की गाडिय़ां पहुंचीं। दस मिनट मशक्कत के बाद भी आग नहीं बुझ सकी। दो-तीन शिविरों की जद में आग बढ़ी, तो तीन सिलिंडर भी फटने की आवाज आयी। आग बढ़ते-बढ़ते करीब 100 वर्ग मीटर से ज्यादा फैल गयी। आग की लपटें 30 फीट ऊंचाई तक उठी। फायरब्रिगेड की टीम आग बुझाने में लगी रही। अफरा-तफरी के बीच अफसर भी मौके पर भागते नजर आये।
सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान
प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट रवीन्द्र कुमार ने बताया कि सेक्टर 19 में गीता प्रेस के टेंट में शाम 4.30 बजे आग लग गयी। उन्होंने कहा कि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में आग लगने की घटना का संज्ञान लिया है। उनके कार्यालय ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। यूपी के एडीजी भानु भास्कर ने कहा कि आग बुझा दी गयी है। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सभी सुरक्षित हैं। आग लगने का कारण सिलिंडर ब्लास्ट बताया जा रहा है, लेकिन इस सम्बन्ध में अभी और जांच की जानी बाकी है। उन्होंने कहा कि हमें सिलिंडर फटने की सूचना मिली थी। लोगों को बाहर निकाला गया और आग बुझायी गयी। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
घटना पर सपा ने उठाया सवाल
महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आग की घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। सपा नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से कुम्भ में हो रही तैयारी पर सवाल खड़े कर रही थी। जो श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, वह खुले आसमान के नीचे हैं। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। महाकुम्भ में आग लगने की घटना पर अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ मेले में लगी आग को तुरंत गम्भीरता से लिया जाना चाहिए।
ट्रेनों का संचालन भी रोका गया
महाकुम्भ में लगी भीषण आग मुख्य रोड पर लोहे के ब्रिज के पास लगी थी। हवा की गति सामान्य से तीन गुना तेज होने के चलते अन्य टेंट भी आग की चपेट में आ सकते थे। दमकल की एक दर्जन से ज्यादा गाडिय़ां आग बुझाने में लगी रहीं। वहीं, जिस जगह आग लगी है उसके पास रेलवे पुल होने से ट्रेनों का संचालन भी रोक दिया गया। आग बुझने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ।