Farookhabad news : बुलडोजर एक्शन से गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस के सामने ही दो लेखपालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया। यहां तक कि उनके सरकारी कागजात भी फाड़ दिए। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर-बितर किया। इसके विरोध में लेखापाल संघ ने मारपीट करने वालों के खिलाफ प्रदर्शन किया।जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के उखरा गांव में शनिवार को हलका लेखापाल के साथ आई प्रशासन की टीम ने सरकारी जमीन पर बने 25 मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया था।
पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर-बितर कर स्थिति को नियंत्रित किया
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता सोमवार को गांव पहुंचे। भाजपा नेता जब पुलिस क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार और थाना प्रभारी बलराज भाटी के साथ लोगों से बात कर रहे थे, तभी कुछ ग्रामीण उग्र हो गए और मौके पर मौजूद लेखपाल रुद्र प्रताप सिंह और सौरभ पांडेय पर हमला कर दिया। गुस्साए लोगों ने दोनों राजस्वकर्मियों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। इस हमले में दोनों लेखापाल घायल हो गए। बाद में पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति को नियंत्रित किया।
इस घटना के विरोध में लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने नवाबगंज थाने में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष अजीत द्विवेदी ने कहा कि उनके साथियों को बेरहमी से पीटकर जख्मी कर दिया गया और उनके अभिलेख छीन लिए गए। जब तक मारपीट के आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
अखिलेश ने उठाए थे सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुलडोजर एक्शन की कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा था, ‘ये है प्रतिशोध से भरी भाजपाई राजनीति का वीभत्स चेहरा। भाजपा बसे-बसाये घरों को गिराकर सुख पाती है। जिन्होंने अपने घर नहीं बसाये, पता नहीं वो दूसरों के घर गिराकर किस बात का बदला लेते हैं। हर गिरते घर के साथ भाजपा और भी नीचे गिर जाती है।