इस कारण शेड्यूल बदला, पहले 13 को होना था मतदान
New Delhi news : उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख बदल गई है। चुनाव आयोग ने सोमवार को बताया कि तीनों राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर अब 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 23 नवंबर को ही आएंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश की 9, पंजाब की 4 और केरल की एक विधानसभा सीटों पर अब 20 नवंबर को वोटिंग होगी। तारीखों में बदलाव भाजपा, कांग्रेस, आरएलडी और बसपा की मांग पर की गई है।
इन पार्टियों का कहना था कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और गुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व है। वहीं, केरल में 13 से 15 नवंबर तक कलपाथि रास्थोलसेवम मनाया जाएगा। इससे वोटिंग पर असर पड़ता।
20 नवंबर को ही महाराष्ट्र विधानसभा की 288 और झारखंड की 38 सीटों पर चुनाव होंगे। इसके अलावा महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा और उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर इसी दिन उपचुनाव है। आयोग ने बताया कि 11 राज्यों की 33 सीटों पर तारीख में बदलाव नहीं किया गया है। इसी दिन झारखंड विधानसभा की 43 सीटों पर मतदान होंगे। इसके साथ ही केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र-झारखंड के साथ 14 राज्यों की 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की थी।
अखिलेश ने कहा, टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे
इधर लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे! पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाकी सीटों के उपचुनाव की तारीख़, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी। दरअसल बात ये है कि प्रदेश में महा-बेरोज़गारी की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोज़गार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर यूपी आए हुए हैं और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालने वाले थे। जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी ख़त्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं।’ अखिलेश ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, ‘ये भाजपा की पुरानी चाल है। हारेंगे तो टालेंगे
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘चुनाव की तारीख बदलने की मांग इसलिए की गई, क्योंकि यह तारीख हिंदू त्योहार के साथ मेल खा रही थी।’ शुक्ला ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी को हर चीज में राजनीति करनी है, खासकर इस मामले में, क्योंकि उन्हें बहुसंख्यक भावना की चिंता कम, वोट बैंक की चिंता ज्यादा है।’