•पूजा पंडालों और मंदिरों में माता रानी के दर्शन को उमड़ी भीड़
•सप्तमी युक्त अष्टमी होने के कारण आज महाअष्टमी का व्रत करेंगी महिलाएं
• कहीं सप्तमी मान कर हुई मां कालरात्रि की पूजा,कहीं अष्टमी मान कर लोगों ने की मां महागौरी की पूजा
Ranchi News : शारदीय नवरात्र के सातवें/आठवें दिन राज्य की राजधानी रांची सहित विभिन्न जिलों में स्थित मंदिरों और पूजा पंडालों में गुरुवार को सुबह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मां दुर्गा के पूजन और दर्शन के लिए उमड़ती रही। अनेक जगह सप्तमी मान कर मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की गयी, तो कई जगहों पर अष्टमी मान कर माता महागौरी की पूजा-अर्चना की गयी। लोगों ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मां भवानी से सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। इस बार शुक्रवार सुबह 6.53 में संधि-बली होने के कारण गुरुवार देर रात से विभिन्न पंडालों में महाअष्टमी की पूजा-अर्चना का दौर शुरू हुआ। इस बीच गुरुवार शाम से रात तक विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित माता रानी के दर्शन एवं पूजा पंडालों के अवलोकन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पूजा पंडालों के आसपास मुख्य सड़क के किनारे सुन्दर एवं मनभावन विद्युत सज्जा की गयी है, जो श्रद्धालुओं को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही है। पूजा पंडालों में बज रहे भक्ति गीतों एवं भजनों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो रहा है। त्योहार को लेकर महिला पुरुषों के साथ ही छोटे-छोटे बच्चों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। लोग नये-नये परिधानों में सुसज्जित होकर पंडालों के अवलोकन के लिए निकल रहे हैं।
महाष्टमी को लेकर ऊहापोह की स्थिति
इस बार नवरात्र में दो दिन अष्टमी होने के कारण पूजा को लेकर व्रतियों में ऊहापोह की स्थिति रही। कुछ जगहों पर महिलाओं ने गुरुवार को ही महाष्टमी की पूजा की, जबकि अधिकतर महिलाएं सप्तमी युक्त अष्टमी होने के कारण शुक्रवार को महा अष्टमी का व्रत करेंगी। पंडितों का कहना है कि सप्तमीयुक्त अष्टमी का व्रत करना शुभ नहीं होता। बताया गया कि महाअष्टमी और महानवमी का व्रत शुक्रवार को किया जायेगा और महाअष्टमी और महानवमी का पारण होगा।