Chaibasa news : जहां देश की बड़ी आबादी मां दुर्गा की आराधना में लीन है, वहीं पश्चिम सिंहभूम जिला के टेबो थाना से लगभग 30 किमी दूर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र चंपाबा पंचायत के सियांकेल गांव में बड़ी घटना घटी है। यहां एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या डायन के आरोप में धारदार हथियार एवं लाठी से पीट-पीटकर कर दी गई। मृतकों में पति-पत्नी और बेटी शामिल हैं।
पहले मारा, फिर काटा और फिर गले में रस्सी डाल फेंक दिया जंगल में
बताया गया कि 60 वर्षीय सियांकेल दुगुलू पूर्ति, उसकी 50 वर्षीय पत्नी सुकु होरो एवं 23 वर्षीय पुत्री दसकिर पूर्ति गुरुवार की रात अपने घर में सोए हुए थे। इसी दौरान अज्ञात लोगों ने उनके घर पर हमला बोला और लाठी-डंडे से पीट-पीटकर एवं धारदार हथियार से मार कर उनकी हत्या कर दी गई। इसके बाद शवों के गले में रस्सी बांधकर घसीटते हुए गांव के बाहर ले गए और चुरिंगकोचा के जंगल में फेंक दिया।
अर्द्धनग्न अवस्था में पड़े थे मां-बेटी के शव
शुक्रवार की सुबह ग्रामीण जंगल में लकड़ी एवं पत्ता लाने गए तो शवों पर उनकी नजर पड़ी। दोनों महिलाओं के शव अर्द्धनग्न अवस्था में पड़े थे, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने टेबो पुलिस को सूचना दी गई।अति नक्सली प्रभावित व सुदूरवर्ती दुर्गम क्षेत्र होने के कारण पुलिस शुक्रवार को नहीं गई। शनिवार को टेबो थाना, सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस बल बड़ी संख्या में घटनास्थल पहुंचे और शवों को जब्त कर टेबो थाना लाए।
घर से बाहर थीं दो बेटियां, बच गई उनकी जान
पूर्व में भी ग्रामीणों ने उक्त महिला के खिलाफ डायन होने के आरोप लगा कर बैठक की थी। मृतक की दो पुत्रियों की जान घर में मौजूद नहीं रहने के कारण बच गई। मृतक की एक 18 वर्षीय बेटी पुनि पूर्ति दिल्ली में काम करती है। वहीं, दूसरी 15 वर्षीय पुत्री दातकी पूर्ति बिरसा स्कूल, बंदगांव में रहकर 10 वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।