अरैल में बन रही टेंट सिटी का काम अगले आठ दिनों में पूरा करने का आदेश
UP news : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों को लेकर नाराजगी जतायी है। सोमवार को दोपहर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अरैल में बन रही टेंट सिटी का निरीक्षण किया। यहां पर काम में देरी हो लेकर उन्होंने अफसरों से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने निर्देश दिये कि अगले आठ दिनों के भीतर यानि पहली जनवरी से पहले यह काम हर हाल में पूरा किया जाए।
अरैल से मुख्यमंत्री दारागंज स्थित दशाश्वमेघ घाट पहुंचे। वहां गंगा की पूजा व आरती की। दूध से गंगा का अभिषेक किया। इसके बाद मेला कार्यालय पहुंचे। वहां महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने रिवर फ्रंट, नागवासुकि मंदिर घाट, दारागंज, संगम क्षेत्र, अलोपीबाग फ्लाईओवर से लेकर पैंटून पुल निर्माण आदि के बारे में जानकारी ली। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने तैयारियों के बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद प्रवीण पटेल, एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी, विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह, हर्षवर्धन, दीपक पटेल, मेयर गणेश केसरवानी भी रहे।
पहली बार मां गंगा का रिवर फ्रंट देखने को मिलेगा
योगी ने मेला कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा-यहां पहली बार मां गंगा का रिवर फ्रंट लोगों को देखने को मिलेगा। जेटी का काम भी युद्धस्तर पर चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया है। इसके अलावा 25 बेड के अस्पताल अलग-अलग जगह पर बनवाए जा रहे हैं। महाकुंभ मेल में पहली बार आपदा मित्रों की तैनाती की गयी है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के साथ आपदा मित्र सहयोग करेंगे
लोग पहली बार अक्षयवट कारीडोर और लेटे हनुमान मंदिर कारीडोर देखेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग पहली बार अक्षयवट कारीडोर और लेटे हनुमान मंदिर कारीडोर देखेंगे। इसके साथ ही सरस्वती कूप कारीडोर, पातालपुरी कारीडोर, श्रंगवेरपुर में भगवान राम और निषादराज कारीडोर विकसित किये गये हैं। मीडिया से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने एसआरए अस्पताल का निरीक्षण किया। पिछले 17 दिनों में मुख्यमंत्री का प्रयागराज का यह चौथा भ्रमण है। स्वरूप रानी अस्पताल की नवनिर्मित बिल्डिंग का निरीक्षण करते हुए उन्होंने इसे मरीजों के लिए जल्द चालू करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने डाक्टरों से कहा कि महाकुंभ में आने वाले मरीजों का अच्छा इलाज करें।