Dhanbad News : प्रकृति की वादियों पंचेत में इन दिनों कोयला का कारोबार फल फुल रहा है। खूबसूरत डैम और हरे भरे वृक्षों के बीच शांत वातावरण में बसे पंचेत की खूबसूरती पर इन दिनों ग्रहण लगा रहे हैं कोयला माफिया। इन कोयला माफिया टीम को पुलिस का आशीष प्राप्त है।
बीसीसीएल के एरिया 12 के लुचीबाद बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा लुची बाद को खतरनाक क्षेत्र घोषित कर वहां से उत्पादन बंद कर दिया गया है। वही लुची बाद खदान आज कोयला माफिया के लिए स्वर्ग रूपी कमाऊ खदान साबित हो रहा है। जंगल के बीच में बंद पड़े लुची बाद खदान में हैवी जरनेटर सेट लगाकर चौबीसों घंटे मोटर के द्वारा खदान से पानी निकाला जा रहा है। दिन रात मजदूर कोयले की अवैध कटाई कर रहे हैं। वहां हर पल खदान में मौत मंडराते नजर आता है। हाल में हादसा हो भी चुका है। अवैध खनन के दौरान धसान होने से एक मजदूर की मौत भी हो चुकी है फिर भी माफिया सिंडिकेटओं का अवैध कारोबार निर्बाध चल रहा है।
चकित करने वाली बात तो यह है कि स्थानीय पुलिस को न तो जरनेटर की आवाज सुनाई पड़ता है न ही मजदूरों की हलचल। रोज रात में चोरी का कोयला लोड कर पंद्रह से बीस ट्रक वहां से निकलता है। इसकी भी भनक स्थानीय पुलिस को नहीं लगती। जबकि पंचेत के जंगल में नक्सल गतिविधि भी नहीं है। अगर स्थानीय पुलिस की सूचना तंत्र इतनी कमजोर है तो यह खूबसूरत जंगल अपराधियों का अड्डा भी बन सकता है ?