▪︎इंटरनेट पर प्रतिबंध दो दिन के लिए बढ़ा
▪︎ अपहृत चिकित्सक को सुरक्षा बलों ने कराया मुक्त
Imphal News: मणिपुर अखंडता समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) के सदस्यों ने बुधवार को मणिपुर में सरकारी कार्यालयों को बंद करने का अभियान चलाया। समिति की छात्र शाखा ने मणिपुर सचिवालय सहित केन्द्र और राज्य सरकार के कई कार्यालयों को बंद कराया। उन्होंने कर्मचारियों को बाहर निकाल कर कार्यालयों को बंद कर दिया।
सीओसीओएमआई द्वारा मणिपुर में केन्द्र तथा राज्य सरकारों के कार्यालयों और प्रतिष्ठानों को बंद करने की चेतावनी दी गयी थी। हालांकि, मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने प्रदर्शनकारियों को शांति बनाये रखने तथा संयम से काम लेने की अपील की थी। मुख्यमंत्री की अपील को धता बताते हुए सीओसीओएमआई के सदस्यों ने मणिपुर में सरकारी कार्यालयों और प्रतिष्ठानों को बंद करवाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनआईए ने जिरीबाम हिंसा से संबंधित मामलों को फिर से दर्ज किया है। सुरक्षा बलों ने जिरीबाम में छह बंधकों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार और एनडीए विधायक शेष मांगों को पूरा करने में जनता का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। इसमें हिंसा से जुड़े सम्बन्धित संगठनों को आतंकवादी घोषित करना और छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र से अफ्सपा को हटाना आदि शामिल है।
सीओसीओएमआई की छात्र शाखा के संयोजक हैं थोकचोम धनचंद्र
सीओसीओएमआई की छात्र शाखा के संयोजक थोकचोम धनचंद्र ने कहा कि सरकारी कार्यालयों को बंद कराना, उनकी मांगों पर ध्यान न देने के लिए राज्य और केश्द्र सरकारों के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा है। उन्होंने निराशा व्यक्त की, कि समिति के निर्णय की अनदेखी करते हुए कई कार्यालयों में काम करना जारी रखा गया, जिस कारण उन्हें बंद कराना पड़ा।
इसी बीच हिंसक गतिविधियों के मद्देनजर मणिपुर सरकार के जिला प्रशासनों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में लगे इंटरनेट पर प्रतिबंध की अवधि को और दो दिनों के लिए बढ़ा दिया है। राज्य में बड़े पैमाने पर अफवाह फैलाने की कोशिशें चल रही हैं।
वहीं, विगत 22 नवम्बर को लांगथाबल कुंजा अवांग लेइकाई से अपहृत मेडिकल ऑफिसर डॉ. नबाकेशोर को सुरक्षा बलों ने अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया है। अभियान के दौरान पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया।