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कांग्रेस ने उठाया असम में लचर कानून-व्यवस्था का मुद्दा

कांग्रेस ने उठाया असम में लचर कानून-व्यवस्था का मुद्दा

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New Delhi news : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के असम दौरे के मद्देनजर कांग्रेस ने सोमवार को केन्द्र और असम सरकार पर गंभीर आरोप लगाये। पार्टी ने कहा कि असम में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है। असामाजिक तत्त्वों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि वे सांसद पर भी दिनदहाड़े हमला कर रहे हैं।

कांग्रेस मुख्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पार्टी महासचिव एवं असम के प्रभारी जितेन्द्र सिंह, लोकसभा में उपनेता गौरव गोगोई, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा, असम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया, सांसद रकीबुल हुसैन और प्रद्युत बोरदोलोई तथा एआईसीसी मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने राज्य भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की।

इन नेताओं ने आरोप लगाया कि असम में सत्तारूढ़ भाजपा की शह पर हमारे नेताओं को डराया-धमकाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चार दिन पहले हमारे सांसद रकीबुल हुसैन पर कुछ गुंडों ने दिनदहाड़े एक व्यस्ततम बाजार में हमला किया। इतना ही नहीं, हमलावरों ने पुलिस सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश भी की। इससे पहले पीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा पर भी दिनदहाड़े हमला किया गया था। उन्होंने इन हमलों को राज्य की भाजपा सरकार की विफलता करार दिया।

कांग्रेस का आरोप है कि असम की युवा बेरोजगारी दर देश में सबसे ज्यादा है। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार राज्य की कुल आबादी का 10 प्रतिशत के अधिक बेरोजगार हैं। वक्ताओं ने राज्य में उद्योगों की खस्ताहालत और शिक्षा की लचर व्यवस्था की आलोचना की। चाय बागान श्रमिकों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने का वादा केन्द्र सरकार ने अभी तक पूरा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने 2016 के विजन दस्तावेज में असम के लोगों से किये गये वादे अब तक पूरा नहीं कर पायी है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा असम समझौते को बनाये रखने में विफल साबित हुई है।

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