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हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद विवाद बढ़ा, कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग भड़का

हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद विवाद बढ़ा, कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग भड़का

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कांग्रेस की मांग- वीवीपैट की पर्चियों का ईवीएम से मिलान हो, आयोग का कहा- यह बोलने की आजादी का दुरुपयोग है

New Delhi news :  हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को चुनाव आयोग से वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से मिलान करने की मांग की है। कांग्रेस के रवैए से खफा चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है और कहा है कि लोकतंत्र में बोलने की आजादी का यह दुरुपयोग है।

चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा

बुधवार को कांग्रेस के बड़े नेताओं ने बयानबाजी के बाद चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा। आयोग ने कांग्रेस नेताओं की शिकायत सुनने के लिए 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक के लिए समय भी दिया, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे।

वरिष्ठ नेताओं ने ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाये

बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी अनियमितताओं और ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए। कांग्रेस ने इस मुलाकात में 20 से अधिक शिकायतों का हवाला देते हुए सात प्रमुख क्षेत्रों से लिखित शिकायतें भी पेश कीं। पार्टी का आरोप है कि कुछ ईवीएम मशीनें 99 प्रतिशत क्षमता पर दिख रही थीं, जो सामान्य स्थिति नहीं है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इन मशीनों की तत्काल जांच और वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से मिलान करने की मांग की है, ताकि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठे सवालों का समाधान हो सके।

चुनाव आयोग को 20 शिकायतों की जानकारी दी

चुनाव आयोग से मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को 20 शिकायतों की जानकारी दी, जिनमें से सात शिकायतें लिखित रूप में सात विधानसभा क्षेत्रों से हैं। मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99 प्रतिशत क्षमता पर थीं, जबकि सामान्य मशीनें 60-70 प्रतिशत पर रहती हैं। हमने मांग की है कि उन मशीनों को तब तक सील और सुरक्षित रखा जाए, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती। हमने चुनाव आयोग को यह भी बताया कि हम अगले 48 घंटों के भीतर बाकी शिकायतें भी उन्हें सौंपेंगे।

कैसे ईवीएम हैक की गई

वहीं हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि हमने चुनाव आयोग के सामने सभी मुद्दे रखे हैं कि कैसे ईवीएम हैक की गई हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद कहा था कि सभी व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं और हम सरकार बनाएंगे, जिससे संदेह पैदा होता है। जब बैटरी पूरे दिन उपयोग होती है, तो उसकी क्षमता कम होनी चाहिए, 99 फीसदी नहीं हो सकती। हमने चुनाव आयोग को इस बारे में अवगत कराया। हम चाहते हैं कि वीवीपैट की पर्चियों का ईवीएम से मिलान हो ताकि सच्चाई सामने आ सके।

ऐसा पहले कभी नहीं हुआ : चुनाव आयोग

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित किए जाने के बाद मंगलवार को कांग्रेस ने इसे सिरे से नकार दिया था। राज्य में अपनी हार के बाद कांग्रेस का कहना था कि वे विधानसभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार नहीं करेगी। अब कांग्रेस के इस बयान पर चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाते हुए बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखी है। अपनी चिट्ठी में चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को अस्वीकार करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बयानों को बोलने की आजादी का दुरुपयोग बताया। आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान देश के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास में पहले नहीं सुने गए और ये बोलने की स्वतंत्रता से भी परे हैं।

कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर चुनाव आयोग सख्त

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में आयोग ने स्पष्ट किया कि पार्टी के नेताओं जयराम रमेश और पवन खेड़ा की टिप्पणियां लोगों की इच्छा को अलोकतांत्रिक तरीके से खारिज करने की ओर ले जाती हैं। आयोग ने कहा कि उसने खड़गे और राहुल गांधी के बयानों पर गौर किया है, जिसमें हरियाणा के नतीजों को अनपेक्षित बताया गया है।

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