Ranchi news : गो माता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने तथा गो हत्या मुक्त भारत बनाने के संकल्प के साथ संपूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आंदोलन संचालित है। इस आंदोलन को धार देने के क्रम में उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा देश के सभी राज्यों की राजधानी तक जाएगी, जहां गो ध्वज की स्थापना की जाएगी।
शंकराचार्य इसी यात्रा की कड़ी में चार अक्टूबर की शाम राजधानी रांची पहुंचेंगे
शंकराचार्य इसी यात्रा की कड़ी में चार अक्टूबर की शाम राजधानी रांची पहुंचेंगे और पांच अक्टूबर को दोपहर 12 से तीन बजे के बीच गो ध्वज की स्थापना के साथ-साथ गो महासभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे ओडिशा के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। गो प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक गोपाल मणि इस यात्रा में शंकराचार्य के साथ रहेंगे।
अयोध्या से 22 को निकलेगी यात्रा
गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा के संयोजक ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने बताया कि इस आंदोलन के नेतृत्वकर्ता शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने इसी वर्ष 14 से 28 मार्च तक नंगे पैर गोवर्धन से दिल्ली तक की पदयात्रा की थी। 22 सितंबर से निकलने वाली गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा की शुरुआत अयोध्या से होगी। यह यात्रा पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और उत्तर के राज्यों से होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा का उद्देश्य संपूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आंदोलन हेतु समस्त गोभक्त हिन्दुओं को जागृत कर एक सूत्र में पिरोना है तथा गो माता की दुर्गति तथा गो हत्या के कलंक को देश से मिटाकर कर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाना है।
गो माता-राष्ट्र माता, राष्ट्र माता-भारत माता
गो ध्वज स्थापना पद यात्रा का सूत्र वाक्य है गो माता-राष्ट्र माता, राष्ट्र माता-भारत माता है। पूरे देश में गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा की समाप्ति के बाद राजधानी दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर 7, 8 और 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा।