भाजपा विधायक ने हाईवे पर महापंचायत बुलाई, पुलिस को हफ्ते भर की मोहलत
New Delhi news, Ghaziabad news, UP news : यति नरसिंहानंद के समर्थकों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की ओर से रविवार को डासना देवी मंदिर में बुलाई गई हिंदू महापंचायत को गाजियाबाद पुलिस ने नहीं होने दिया। टकराव की स्थिति तब बन गई, जब आक्रोशित कार्यकर्ता और भीड़ ने जबरन बैरिकेड हटाकर मंदिर की तरफ जाने का प्रयास किया। पुलिस ने भीड़ में शामिल लोगों को चेतावनी दी। बताया जाता है कि भीड़ में शामिल लोग जब नहीं मानें और उन्होंने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड हटा दिए तब फोर्स को लाठीचार्ज करना पड़ा।
कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए जबरन बैरिकेड्स हटाने का प्रयास किया
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, डासना में पुलिस ने भीड़ को बैरिकेड्स लगाकर रोका हुआ था। कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए जबरन बैरिकेड्स हटाने का प्रयास किया। समझाने के बावजूद न मानने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर लाठी भांजी, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई। लाठीचार्ज में कई लोग घायल बताए गए हैं। इसके अलावा भी कई बार हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं और पुलिस में नोकझोंक और तकरार देखने की मिली। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है।
भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर समर्थकों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ एनएच-9 पर ही बैठ गए
बताया जाता है कि हिंदू महापंचायत बुलाए जाने के ऐलान को देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था। पुलिस ने जब लोगों को महापंचायत में शामिल होने नहीं दिया, तब लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपने समर्थकों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ एनएच-9 पर ही बैठ गए। भाजपा विधायक ने समर्थकों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ हाईवे पर ही पंचायत शुरू कर दी। इस पंचायत में रोहिंग्याओं को देश से बाहर खदेड़ने, मंदिर पर हमला करने वालों पर एनएसए लगाने के साथ ही धार्मिक स्थलों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त ऐक्शन के लिए कानून बनाने की मांग की गई। पंचायत में ये तीन प्रस्ताव पास किए गए। बताया जाता है कि भाजपा विधायक अपने समर्थकों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ हाईवे पर सुबह करीब 11:30 बजे पहुंचे थे। पुलिस ने भीड़ को मंदिर जाने से रोक दिया था और विधायक को चंद समर्थकों के साथ मंदिर जाने की इजाजत दी थी।
इस दौरान हाईवे पर कई घंटे तक पुलिस बल के साथ भीड़ का हंगामा और नोंकझोंक चलती रही। हालांकि एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी. ने भीड़ को काफी समझाने की कोशिश की। उन्होंने मंदिर पर हमला करने वाले उपद्रवियों पर भी सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस को उपद्रवियों पर सख्त ऐक्शन के लिए एक हफ्ते की मोहलत दी और मौके से चले गए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कमिश्नरेट में धारा-163 लागू किए जाने की वजह से किसी भी धरना-प्रदर्शन या महापंचायत की इजाजत नहीं है।