New Delhi news : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि यह अग्निपथ योजना सेना के साथ अन्याय है और हमारे वीर जवानों की शहादत का अपमान है। प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि क्यों एक सैनिक की ज़िन्दगी दूसरे सैनिक से अधिक मूल्यवान है?
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नासिक में ट्रेनिंग के दौरान दो अग्निवीर– गोहिल विश्वराजसिंह और सैफत शित की मौत का उदाहरण दिया। उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए राहुल ने कहा कि यह घटना एक बार फिर अग्निवीर योजना पर गम्भीर सवाल उठाती है, जिनका जवाब देने में भाजपा सरकार असफल रही है। उन्होंने पूछा कि क्या गोहिल और सैफत के परिवारों को समय पर मुआवजा मिलेगा, जो किसी अन्य जवान की शहादत के बराबर हो? अग्निवीरों के परिवारों को पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ क्यों नहीं मिलेगा? जब दोनों ही सैनिकों की ज़िम्मेदारियां और बलिदान समान हैं, तो उनकी शहादत के बाद यह भेदभाव क्यों?
राहुल गांधी ने लोगों से अपील की कि मिल कर इस अन्याय के खिलाफ खड़े हों। भाजपा सरकार की अग्निपथ योजना को खत्म करने और सेना के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हमारे ‘जय जवान’ आन्दोलन से जुड़ें।