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दिल्ली सीएम पर फैसला मोदी के विदेश दौरे के बाद

दिल्ली सीएम पर फैसला मोदी के विदेश दौरे के बाद

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▪︎ मुख्यमंत्री आतिशी ने उप राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

▪︎ भाजपा विधायक प्रवेश वर्मा, कैलाश गहलोत एलजी से मिले
New Delhi News: दिल्ली में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब मुख्यमंत्री पर फैसला होना है। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री का नाम फाइनल किया जाएगा। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस-अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह उनके लौटने के बाद होगा। इसमें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
इस मुद्दे पर रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें जेपी नड्‌डा, बैजयंत पांडा समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। इस बीच आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने विधानसभा भंग कर दी है। उधर, अरविंद केजरीवाल के घर आप नेताओं ने मीटिंग हुई। इसके बाद आतिशी ने कहा- जनता ने आप के 22 विधायकों पर भरोसा करके जिताया है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी सेवा करें, उनकी समस्याओं का समाधान करें। विपक्ष की भूमिका निभाना और भाजपा की जवाबदेही तय करवाना हमारी जिम्मेदारी है। दिल्ली चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है, जबकि कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली।
दिल्ली में करारी शिकस्त मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने हार मान ली है। हालांकि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी से जीत चुकी हैं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार रमेश विधूड़ी को हराया है। दिल्ली चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी का कॉन्फिडेंस अलग ही लेवल पर पहुंच चुका है। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने दिल्ली में मौजूदा पार्टी की हार के बाद पंजाब में आप को सत्ता से हटाने का आह्वान किया। बिट्टू ने कहा, “अब पंजाब की बारी है।
जानकारी मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका के दौरे से लौटने के बाद यानी 13 फरवरी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। इसके लिए कई नामों पर चर्चा जोरों पर हैं ।भाजपा के नेताओं के अनुसार पीएम मोदी के अमेरिका से लौटने के बाद ही भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। बता दें, भाजपा ने चुनावों में हर क्षेत्र और अधिकतर समुदायों के बीच प्रभावशाली बढ़त हासिल की है, इसलिए उसके पास मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों की एक विस्तृत सूची है। विभिन्न राज्यों में अपने मुख्यमंत्रियों को चुनने में पार्टी के विकल्पों को अक्सर बड़े राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जाता है, ऐसे में राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना ​​है कि दिल्ली कोई अपवाद नहीं होगा।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराने वाले जाट समुदाय के नेता प्रवेश वर्मा जैसे प्रमुख चेहरे और सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद एवं पवन शर्मा जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं की चर्चा हो रही है, लेकिन भाजपा का इतिहास अपेक्षाकृत कम चर्चित नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राजनीतिक समीकरणों के आधार पर पूर्वांचल की पृष्ठभूमि वाले किसी विधायक, सिख या महिला पर भी विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2023 में मध्यप्रदेश और राजस्थान और पिछले साल ओडिशा समेत पिछले अनुभव के मद्देनजर ऐसे मामलों पर अटकलों के लिए बहुत कम गुंजाइश बचती है।

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