• दुनिया के सबसे ऊंचे वायु सेना स्टेशनों में से एक थोइस में होगा समापन
New Delhi News: भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से ‘वायु वीर विजेत’ कार रैली को गर्मजोशी से रवाना किया। इसके साथ ही महिलाओं सहित 50 से अधिक वायु योद्धा लद्दाख के थोइस के लिए रवाना हो गये हैं। यह सभी अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक एक अभियान पर निकलेंगे, जो नौ राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों (यूटी) से होकर कुल सात हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। कार रैली के विभिन्न चरणों में पूर्व वायु सेना प्रमुख भी जगह-जगह शामिल होंगे।
केंद्र सरकार भारतीय वायु सेना को अधिक सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध
इस अवसर पर रक्षा मंत्री सिंह ने कठिन परिस्थितियों में वीरता, समर्पण और देशभक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा करने वाले वायु योद्धाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना ने देश और उसके लोगों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। यह देश के दुश्मनों को उनके क्षेत्र में अंदर तक घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। केन्द्र सरकार भारतीय वायु सेना को सबसे उन्नत विमानों, प्लेटफॉर्मों से लैस करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के माध्यम से उन्हें और अधिक सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राजनाथ सिंह ने वायु योद्धाओं को अपनी शुभकामनाएं दीं
रक्षा मंत्री ने कहा कि कार रैली के दौरान वायु योद्धा विभिन्न राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों के स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं के साथ बातचीत करेंगे।राजनाथ सिंह ने कठिन और विविध इलाकों से होकर गुजरने वाली इस रैली का हिस्सा बनने वाले वायु योद्धाओं को अपनी शुभकामनाएं दीं। औपचारिक ध्वजारोहण 8 अक्टूबर को था। इस में होगा, जो समुद्र तल से 3,068 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे ऊंचे वायु सेना स्टेशनों में से एक है। 29 अक्टूबर को तवांग में रैली के समापन से पहले वायु योद्धा लेह, कारगिल, श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, देहरादून, आगरा, लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा, बागडोगरा, हासीमारा, गुवाहाटी, तेजपुर और दिरांग में रुकेंगे। रैली का उद्देश्य लोगों में भारतीय वायु सेना के गौरवशाली इतिहास, विभिन्न युद्धों और बचाव अभियानों में वायु योद्धाओं की वीरता के बारे में जागरुकता बढ़ाना और युवाओं को मातृभूमि की सेवा के लिए आकर्षित करना है।