▪︎रिपोर्ट : 2025 में भारत की जीडीपी में 383 अरब डॉलर की होगी बढ़ोतरी
New Delhi News: इस वक्त दुनिया में भारत की इकॉनमी सबसे तेजी बढ़ रही है। लेकिन, इनकम जेनरेट करने के मामले में भारत अब भी चीन से बहुत पीछे है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2025 में भारत की जीडीपी में 383 अरब डॉलर की बढ़ोतरी होगी। यह 2021 को छोड़ कर अब तक किसी भी एक साल में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी होगी। कोरोना काल के बाद साल 2021 में जीडीपी में भारी बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन चीन की जीडीपी में इस साल 1.26 ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। यह स्थिति तब है जब भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि चीन की इकॉनमी के 4.5 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने की बात कही जा रही है।
चीन की इकॉनमी का आकार बहुत बड़ा है। चीन की इकॉनमी 19.53 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि 4.27 ट्रिलियन डॉलर है। दुनिया की दूसरी बड़ी इकॉनमी वाले देश चीन ने 1980 के बाद 15 बार 10 फीसदी से ज्यादा जीडीपी ग्रोथ हासिल की है। 1980 में भारत और चीन की इकॉनमी करीब बराबर थी, लेकिन 2029 में चीन की इकॉनमी के भारत से चार गुना पहुंचने का अनुमान है। तब भारत की इकॉनमी 6.3 ट्रिलियन डॉलर की होगी, जबकि चीन की इकॉनमी 24.6 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई। भारत को इस साल अपनी इकॉनमी में 1.26 ट्रिलियन डॉलर जोड़ने के लिए डॉलर टर्म में 32 फीसदी की ग्रोथ हासिल करनी होगी।
1983 से 1995 के दौरान चीन ने 13 में से 09 बार डबल डिजिट ग्रोथ हासिल की थी। भारत अब तक किसी भी साल डबल डिजिट ग्रोथ हासिल नहीं कर पाया। 2021 के पोस्ट कोविड ईयर को छोड़ दिया जाये, तो भारत ने सबसे बड़ी ग्रोथ 1988 में हासिल की थी। तब देश की इकॉनमी 9.6 फीसदी बढ़ी थी। 2021 में इसकी रफ्तार 9.7 फीसदी थी। 2022 में भारत की इकॉनमी 07 फीसदी बढ़ी थी, जबकि चीन की जीडीपी में 03 फीसदी तेजी आयी थी, लेकिन चीन ने 2020 में अपनी इकॉनमी को कोरोना की लहर में डूबने से बचा लिया था। तब चीन की जीडीपी ग्रोथ 2.2 फीसदी रही जबकि भारत की -5.8 फीसदी।
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है, जबकि चीन की जनसंख्या घटती जा रही है। माना जा रहा है कि इस सदी के आखिर तक चीन की आबादी मौजूदा संख्या से आधी रह जायेगी। आबादी घटने से चीन की प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है। 1981 में चीन की प्रति व्यक्ति आय 288 डॉलर थी जबकि भारत की 271 डॉलर थी, लेकिन आज चीन भारत से बहुत आगे निकल गया है। चीन की प्रति व्यक्ति आय 13,873 डॉलर है, जबकि भारत की 2,937 डॉलर।