कानपुर में शनिवार की रात व रविवार की सुबह दृश्यता शून्य, रेल और हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित, ट्रेनें कई घंटे विलंब
Lucknow news : प्रदेश में घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सड़कों पर दृश्यता कम होने से हादसे बढ़ गए हैं। अलग-अलग दुर्घटनाओं में दो मौतें हुईं और दर्जनों घायल हुए हैं। घायलों में अयोध्या और महाकुम्भ से लौट रहे तीर्थयात्री भी शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार की रात और रविवार की सुबह प्रदेश में कुछ स्थानों पर बहुत घना कोहरा रहा। घने कोहरे की वजह से बरेली में दृश्यता 20 मीटर और कानपुर में शून्य मीटर दर्ज की गयी।
घने कोहरे के कारण लखनऊ-वाराणसी हाईवे के कमरौली रेलवे क्रॉसिंग पर तड़के हादसा हुआ। रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के कारण खड़े ट्रेलर में पीछे से एक के बाद एक तीन डीसीएम और एक कार टकरा गई। इसमें डीसीएम चालक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं।
अयोध्या व कुम्भ से लौट रहे तीर्थयात्री हादसे के शिकार
इधर लखनऊ के पारा इलाके में अयोध्या से दर्शन कर हरियाणा लौट रहे श्रद्धालुओं की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गयी और छह लोग घायल हो गये। इसी इलाके में एक डबल डेकर वोल्वो बस पलट गई। यह बस दिल्ली से प्रयागराज जा रही थी और तिकुनिया मोड़ के पास ओवरलोड होने के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में 35-40 श्रद्धालु सवार थे, जो महाकुम्भ में शामिल होने जा रहे थे। हादसे में सात महिलाएं घायल हुईं और एक बच्चे की हालत गंभीर है।
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बंथरा थाना क्षेत्र में एक ट्रक सई नदी में गिर गया। एसडीआरएफ टीम ने ट्रक का केबिन काटकर ड्राइवर दिनेश (28) को बाहर निकाला, जो गंभीर रूप से घायल है। फतेहपुर-कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर रविवार सुबह कल्यानपुर थाना के मौहार ओवरब्रिज के ऊपर खड़े डंपर में दिल्ली से प्रयागराज महाकुम्भ जा रही डबल डेकर बस टकरा गई। हादसे में बस चालक समेत 13 श्रद्धालु घायल हो गए ।
हरियाणा लौट रहे श्रद्धालुओं की कार दुर्घटनाग्रस्त
लखनऊ के पारा इलाके में ही अयोध्या से दर्शन कर हरियाणा लौट रहे श्रद्धालुओं की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा खुशहालगंज में हुआ, जब अचानक सड़क पर कुत्ता आ गया और ड्राइवर उस कुत्ते को कोहरे के कारण बहुत देर में देख पाया, जब नजदीक आया, तो उसे बचाने की कोशिश की। कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे 70 वर्षीय शुभद्रा देवी की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। सभी घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
डबल डेकर बस डंपर से टकराई
शनिवार रात दिल्ली के कश्मीरी गेट से 46 श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज महाकुम्भ के लिए निकली प्राइवेट डबल डेकर बस मौहार ओवरब्रिज के ऊपर खड़े डंपर से टकरा गई। कोहरे के कारण चालक फरमान को आगे खड़ा डंपर नहीं दिखा और पीछे से बस जाकर घुस गई। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से छतिग्रस्त हो गया। श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई। चालक और बस की आगे वाली सीटों में बैठे श्रद्धालु अंदर फंस गए। पीआरवी के सिपाही श्रीकांत ने फंसे लोगों को बाहर निकालने में हाथ फट गया। क्रेन भी मौके पर पहुंची और उसकी मदद से बस में फंसे घायलों को बाहर निकाला।
कोहरे से ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदला, यात्री ट्रैक पर कूदे
लखनऊ से प्रयागराज जाने वाली ट्रेन का प्लेटफॉर्म अचानक बदल दिया गया, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। रेलवे की ओर से घोषणा की गई कि ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर आठ की जगह तीन से जाएगी। जल्दबाजी में कई यात्री रेलवे ट्रैक पर कूद पड़े और जान जोखिम में डालकर दूसरे प्लेटफॉर्म की ओर दौड़ने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे विवेक शर्मा नामक व्यक्ति ने रेल मंत्रालय, उत्तर रेलवे और डीआरएम लखनऊ को टैग कर पोस्ट किया। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को ट्रैक पर न उतरने की सलाह दी है।
दो उड़ानें कैंसिल
कोहरे के कारण हवाई यातायात भी बाधित हुआ। वाराणसी-लखनऊ के बीच 6ई-7741 और 6ई-7739 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया। बेंगलुरु से लखनऊ और लखनऊ-अबू धाबी की फ्लाइट्स लेट रहीं। हवाईअड्डा प्रशासन ने यात्रियों को समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचने और अपनी फ्लाइट की अपडेट लेने की सलाह दी है।
ट्रेनों पर असर
कोहरे की वजह से रेल यातायात पर भी व्यापक असर पड़ा। कई प्रमुख ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। नौचंदी एक्सप्रेस (14241) साढ़े सात घंटे की देरी से लखनऊ पहुंची। अयोध्या-आनंद विहार वंदे भारत (22425) दो घंटे लेट रही। अवध असम एक्सप्रेस (15910) सवा तीन घंटे देरी से चली। सहरसा गरीब रथ (12204) सवा दो घंटे लेट रही। फरक्का एक्सप्रेस (15743) डेढ़ घंटे, गोमती एक्सप्रेस (12420) डेढ़ घंटे और अमरनाथ एक्सप्रेस (15654) साढ़े चार घंटे की देरी से चलीं। दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस (20504) भी 15 मिनट लेट रही।