Madhepura news: छोटे शहरों में भी असंभव को चिकित्सकों ने बनाया संभव। मधेपुरा कॉलेज चौक और पुरानी बस स्टैंड के बीच चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल की सर्जरी टीम ने पहली बार मरीज का सफलतापूर्वक घुटना प्रत्यारोपित कर बता दिया कि छोटे शहरों में भी असंभव को संभव बनाया जा सकता है। घुटना प्रॉब्लम से पीड़ित 58 वर्षीय मिरचाबाड़ी निवासी जय कुमार यादव को कई बड़े शहरों के नामी डॉक्टरों ने घुटना ट्रांसप्लांट की सलाह दी।
परेशानियों से बचा लिया
लेकिन, पैसे का अभाव एवं बड़े शहरों के थका देने वाली दौड़ भाग की वजह से अपना इलाज नहीं करा पा रहे थे। लेकिन किसी ने रोगी को चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल जाने की सलाह दी। यहां डॉ. संजीव कुमार से रोगी सलाह और संतुष्ट होकर इलाज कराया। इससे वह प्रभावित था। यहां आने पर जय कुमार यादव का चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक घुटना प्रत्यरोपित कर हॉस्पिटल के डाॅक्टरों ने उनको एवं उनके परिवार को अनंत परेशानियों से बचा लिया।
सफल रहा ऑपरेशन
मालूम हो कि घुटना प्रत्यरोपित करना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन संस्थान के डाॅ संजीव कुमार एवं चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल की सर्जरी टीम ने इसे ना केवल चैलेंज के रुप में स्वीकारा बल्कि सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर अचंभित कर दिया। इस वर्ष चेतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ संजीव कुमार ने कई मरीजों का सफलतापूर्वक कुल्हा प्रत्यरोपित कर उसे फिर से अपने पैर पर चलने लायक बना दिया। चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल में इस समय हड्डी -जोड़ , रीढ़ एवं नस विभाग के रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद हैं।
असंभव को बनाया संभव
डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि रविवार को निःशुल्क परामर्श कर उपचार किया जाता है।जिससे जिला ही नहीं बल्कि उत्तर बिहार के अधिकांश जिले के मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। मधेपुरा जैसे छोटे शहरों में चैतन्या ऑर्थो एण्ड स्पाइन केयर हॉस्पिटल का सफलतापूर्वक एक ही जगह असंभव सा दिखने वाले इलाज को संभव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य के प्रति किया है सजग
हॉस्पिटल के डॉ संजीव कुमार एवं उनकी पूरी टीम की कठिन मेहनत एवं असीम विश्वास ने कोसी क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग किया है। उन्होंने इस बात का साबित कर दिया कि अगर हौंसला बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं है।