Ranchi news : झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रांची स्थित रिम्स की माइक्रोबायोलॉजी लैब को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फार टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज (एनएबीएल) ने अपनी मान्यता दे दी है। यह मरीज के लिए बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि अब उनकी जांच ज्यादा भरोसेमंद हो सकती है। अब लैब के क्वालिटी कंट्रोल का मुआयना करने के बाद यह सटिफिकेट मिला है, जो लैब को मिली यह मान्यता काफी बड़ी उपलब्धि है। बता दें कि इससे पहले एनएबीएल की मान्यता को लेकर टीम ने लैब का विजिट किया था। इसके बाद कई मापदंडों को पूरा करने के बाद ही यह सर्टिफकेट मिला है।
मान्यता मिलना गर्व की बात
रिम्स के पीआरओ डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि अभी तक रिम्स को यह उपलब्धि नहीं मिल पाई थी, निदेशक की पहल के बाद व्यवस्थाएं दुरुस्त हुई जिसके बाद एनएबीएल का सर्टिफिकेट मिला है। यह न सिर्फ रिम्स के लिए, बल्कि राज्य के लिए भी गौरव की बात है। गौरतलब है कि प्राइवेट लैबों में बहुत कम ऐसे लैब हैं, जिसके पास एनएबीएल का सर्टिफिकेट है। रिम्स अधीक्षक डा. हिरेंद्र बिरुआ ने बताया कि अभी तक किसी भी मेडिकल कालेज को यह सर्टिफिकेट नहीं मिला है। यह सर्टिफिकेट मिलना रिम्स की गुणवक्ता को दर्शाता है। इससे विश्वास तो बढ़ा ही है, लैब के डॉक्टरों व कर्मियों द्वारा सभी मापदंडों को पूरा किया जाता रहा है। इसी का परिणाम है कि यह मान्यता मिली है।
इस प्रकार के प्राप्त होंगे लाभ
✓लेबोरेटरी की तकनीकी योग्यता अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने का प्रमाण।
✓ मरीजों का जांच के प्रति बढ़ेगा विश्वास।
✓लैब की रिपोर्ट सटीक मानी जा सकेगी, क्वालिटी बेहतर होगी।