Dhanbad News : धनबाद में शुक्रवार को नारायणी चरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित जगजीवन नगर स्थित दिव्यांग बच्चों की विशेष स्कूल पहला कदम में झारखण्ड के राज्यपाल संतोष गंगवार का आगमन हुआ। राज्यपाल के साथ धनबाद सांसद ढुलू महतो, धनबाद उपायुक्त, एसएसपी सर, एडीएम, एसडीएम, सरायढेला प्रभारी समेत अन्य गणमान्य अभी वहां पहुंचे। पहला कदम स्कूल में महामहिम का शंखनाद, पुष्प वर्षा और दीप के साथ तुलसी पौधा देकर भव्य स्वागत किया गया। दिव्यांग बच्चों ने झारखण्ड के लोग गीत और नृत्य की प्रस्तुति दी। राज्यपाल ने पहला कदम का निरीक्षण देख सराहना करते हुए कहा कि यहां दिव्यांगता के लिए जो अद्वितीय कार्य हो रहा है, वह जीवन में मैंने कभी नहीं देखा। यहां दिव्यांगों के लिए शिक्षण प्रशिक्षण के साथ साथ रोजगार के अवसर भी दिलाकर उन्हे आत्मनिर्भर बनाना प्रेरणा दायक कार्य है। इस कार्य के लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग मिलना चाहिए।
राज्यपाल ने किया इंडिया थेरेपी सेंटर का उद्घाटन
राज्यपाल के द्वारा इंडिया थेरेपी सेंटर का उद्घाटन रिबन काटकर किया गया। इंडिया थेरिपि सेंटर में आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ सेवा के साथ एक ही छत के नीचे थेरिपि और जांच देख महामहिम ने कहा अद्भुत.. .कल्याणकारी…ऐसा सेंटर जहां बच्चों के लिए फिजियोथेरेपी , वोकेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी , ओक्यूपेश्नल थेरेपी , ए डी एल ट्रेनिंग, एक्वा थेरिपि, स्पेशल शिक्षा ओडियोलॉजि टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट तथा साइकोलॉजिस्ट सेवा के लिए उपलब्ध है। राज्यपाल थेरिपि सेंटर की सेवाओं को देख बहुत खुश हुए। उन्होंने कहा कि यहां आकर हर व्यक्ति को व्यवस्था देखनी चाहिए और उससे सीख लेनी चाहिए।
उपायुक्त ने दिव्यांग बच्चों के बीच कंबल वितरण कराया
राज्यपाल के इस दौरे को और महत्वपूर्ण बनाते हुए बढ़ती ठंड से राहत के लिए दिव्यांग बच्चों के उपयोग के लिए धनबाद उपायुक्त के द्वारा कंबल वितरण कराया गया। इस सराहनीय कार्य के लिए पहला कदम परिवार ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर पहला कदम की चेयरमैन रेनु दूदानी, सचिव अनिता अग्रवाल, सुनीता बंसल , अमरेश सिंह, लखि सोरेंन,प्रतिक अग्रवाल, कौशल अग्रवाल, सोमनाथ पूर्थी तथा सभी शिक्षक उपस्थित थे।राज्यपाल के दिव्यांग बच्चों के लिए अपने अनमोल समय और अमूल्य मार्ग दर्शन के लिए सचिव अनिता अग्रवाल ने आभार प्रकट किया। राज्यपाल ने दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने हेतु सदेव साथ निभाने का वादा कर पुनः मिलने का वादा कर विदा लिए।