Bhuvneshwar news : ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित भरतपुर पुलिस स्टेशन के अंदर भारतीय सेना के एक मेजर और उनकी महिला मित्र के साथ बदसलूकी पूरे देश की सुर्खी बन चुकी है। पांच पुलिसकर्मियों ने दोनों के साथ किस हद तक गिरी हरकत की, महिला ने एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ आपबीती साझा की। उसकी मानें तो एक पुलिसकर्मी ने उसे निर्वस्त्र कर दिया, मेरी छाती पर लात मारी, ब्रा खींच दी, प्राईवेट पार्ट को चेहरे के पास लाकर कहा…, आगे पढ़िए पूरी कहानी…
पहले एफआईआर लेने में आनाकानी की, फिर मंगेतर को लॉकअप में डाल दिया
चार पहिया तीन वाहनों में सवार 10-12 लोग जब हमारी पीछा कर रहे थे तो मेरे मंगेतर के साथ हाथापाई हुई। इसके बाद हम भरतपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे। हमें वहां एक पुरुष कांस्टेबल दिखा, जिसके साथ हमने अपनी कहानी साझा की। लेकिन, उसने हमें नजरअंदाज कर दिया। हमें बैठने और इंतजार करने को कहा। फिर,नाइटी में एक महिला अधिकारी आई तो मैंने पूछा कि क्या वह ड्यूटी पर हैं। उसने हां कहा, इसपर जब मैंने एफआईआर लिखने का अनुरोध किया तो उसने पहले आनाकानी की, फिर मेरे प्रतिरोध के बाद एक कलम और कागज़ दिया। मेरे मंगेतर शिकायत लिख ही रहे थे कि अचानक एक पुलिस ने उनका हाथ पकड़ लिया और उनसे उनका बटुआ, फोन, सैन्य पहचान पत्र और कार की चाबियां सहित उनका सारा सामान छीन लिया और उन्हें लाकअप में डाल दिया।
एक पुलिसकर्मी ने गला घोंटने की कोशिश की और तभी मैंने उसका हाथ काट लिया
महिला ने बताया कि इस बीच तीन महिला पुलिसकर्मियों ने मुझे बालों से पकड़कर खींचा और नीचे गिरा दिया और मुझे पीटना और घूंसा मारना शुरू कर दिया। मेरा एक दांत गिर गया और मेरी नाक और मुंह से खून बह रहा था। मैं उनसे छोड़ देने की भीख मांगती रही, लेकिन उन्होंने मुझे गालियां देना और पीटना जारी रखा। बाद में उनमें से एक ने मेरा गला घोंटने की कोशिश की और तभी मैंने उसका हाथ काट लिया था।
दो कांस्टेबलों ने मुझे नीचे गिराया, फिर मेरी ब्रा खींच दी
महिला ने मुझे उकसाया और कहा कि मैंने पाउडर लिया है। उन्होंने मेरी जैकेट उतार दी, मुझे स्पोर्ट्स ब्रा में छोड़ दिया। उन्होंने मुझे बांधने के लिए मेरी जैकेट और दुपट्टे का इस्तेमाल किया। फिर मुझे पुलिस स्टेशन के चारों ओर घसीटा गया और एक कमरे के अंदर ले जाया गया। बाद में दो कांस्टेबलों को मुझे नीचे गिराने के लिए कहा गया क्योंकि मैं विरोध कर रही थी। बाद में उन्होंने मेरी स्पोर्ट्स ब्रा खींच दी, मुझे बेनकाब कर दिया। एक एसआई मेरी छाती को थप्पड़ एवं लात मार रहा था। मैं उनसे मुझे छोड़ने के लिए भीख मांगती रही, लेकिन उन्होंने मुझे और भी अधिक मेरे सीने में लात मारना जारी रखा। मैं लगातार चिल्ला रही थी। फिर थोड़ी देर बाद थाने में एक नया चेहरा आया। उसने अपनी पैंट नीचे खींची, अपना प्राइवेट पार्ट बाहर निकाला,मेरे चेहरे के पास आया और पूछा, तुम चुप रहने के लिए इसे कितनी बार ले सकती हो।