Berut news : हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हिजबुल्लाह और इजराइल सामने-सामने जंग को तैयार हैं। हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद पहली बार संगठन के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने जनता को संबोधित किया। कासिम ने इजराइल पर जनसंहार के आरोप लगाए। उसने कहा कि इजराइल अगर लेबनान में घुसपैठ करेगा, तो हमारी फौज लड़ने को तैयार है। नसरल्लाह की मौत से हमारे प्लान में कोई बदलाव नहीं आया है।
उधर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने सेना को तैयार रहने के लिए कहा है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक उन्होंने सैनिकों से कहा कि हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह का खात्मा एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। हमारे पास जो क्षमताएं हैं, हम आगे उनका पूरा इस्तेमाल करेंगे।
लेबनान के केयरटेकर पीएम नजीब जकाती ने कहा कि वे जल्द ही देश के दक्षिणी इलाके में सेना तैनात करेंगे। उन्होंने इजराइल से तुरंत जंग रोकने की मांग की। इससे पहले इजराइल ने कहा था कि वे जल्द ही लेबनान में घुसपैठ करेंगे।
संघर्ष रोकें : फ्रांस
दूसरी ओर फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां नोएल बैरोट लेबनान पहुंचे हैं। वह पहले विदेशी नेता हैं जो इजराइली हमले के बाद लेबनान पहुंचे हैं। उन्होंने रविवार रात लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब जकाती से मुलाकात की। उन्होंने इजराइल से तुरंत संघर्ष रोकने की मांग की। लेबनान में इजराइल के हमलों में अब तक 2 फ्रांसीसी नागरिकों की भी मौत हुई है। लेबनान लंबे समय तक फ्रांस का हिस्सा रहा है। लेबनान, फ्रांस का करीबी सहयोगी देश है।
इजराइल ने सीजफायर की शर्त रखी
रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने 25 देशों के विदेश मंत्रियों को लेबनान में जारी हमलों को लेकर संदेश भेजा है। उन्होंने कहा है कि इजराइल कुछ शर्तों को माने बिना लेबनान में हमले नहीं रोकेगा। ब्रिटेन, इटली, जर्मनी, कनाडा जैसे देशों को ये संदेश भेजे गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल चाहता है कि हिजबुल्लाह, इजराइल की सीमा से पीछे हटकर लितानी नदी के पीछे चला जाए। काट्स ने कहा कि जब एक ऐसा नहीं होता है, इजराइल लेबनान में हमले जारी रखेगा।