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अगर करियर में आ रही बाधा तो जानिए अपने हाथ की इस रेखा का महत्व…

अगर करियर में आ रही बाधा तो जानिए अपने हाथ की इस रेखा का महत्व…

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Agar carier mein a Rahi badha to janiye aapke hath ki is Rekha ko, Dharma-Karma, religious, God and goddess Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, vastu Shastra, dharm adhyatm, Sanatan Dharm, hindu dharma : हर आदमी अपनी रुचि के साथ अपने क्षेत्र का चुनाव करता है और मेहनत कर आगे बढ़ना चाहता है। बहुत से लोगों को बिना बाधा के सफलता मिलती जाती है, तो बहुत से लोगों को घोर मेहनत के बाद भी निराशा हाथ लगती है। जो लोग ज्योतिषशास्त्र में विश्वास करते हैं, वे अपने हाथ की रेखाओं और उसमें कमी में भी विश्वास होता है। इसलिए आज हम इस विषय पर चर्चा करते हैं कि अगर आपके जीवन में सफलता में बाधा आ रही है, तो हस्तरेखा को कैसे जागृत कर विशेष सुधर जा सकता है।

हाथ के पर्वत क्षेत्र की पहचान

सबसे पहले इस बात को समझना जरूरी है कि हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की लकीरों के जरिए भविष्य का पता लगाया जा सकता है। जहां एक तरफ हाथों में मौजूद रेखाओं के माध्यम से व्यक्ति के भविष्य, स्वभाव और व्यवहार आदि के बारे में पता लगाया जाता है। हाथों में कुछ ऐसे विशेष निशान बनते हैं, जो जीवन में आगे होने वाली घटनाओं की ओर इशार करता है। अगर हाथों में मौजूद उन निशानों या फिर पर्वत से संबंधित कुछ ज्योतिष उपाय किए जाते हैं, तो यह लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।

जीवन के हर स्टेज के लिए ग्रह जिम्मेदार

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के जीवन में आने वाले हर एक स्टेज के लिए कोई न कोई ग्रह जिम्मेदार होता है। इसी तरह से करियर के लिए गुरु यानी की बृहस्पति ग्रह को जिम्मेदार माना जाता है। सीधे हाथ की हथेली के सीधी और इंडेक्स फिंगर के नीचे गुरु पर्वत गोता है। उसी तरह से बाएं हाथ में उल्टी तरफ इंडेक्स फिंगर के नीचे का हिस्सा गुरु पर्वत कहलाता है।

भगवान विष्णु की करें पूजा

गुरु पर्वत को जागृत करने के लिए तीन उपाय हैं। सबसे पहला काम गुरु का रंग पीला होता है। गुरु पर्वत पर रोजाना हल्दी या पीले चंदन को गोलाई में लगाएं। वहीं गुरु पर्वत को जागृत करने के लिए आप गुरुवार के दिन गुरु पर्वत पर भगवान विष्णु का बीज अक्षर ‘दं’ लिखकर श्री विष्णु भगवान की पूजा करें। साथ ही स्त्रोत का श्रद्धा से पाठ करें। इसके साथ ही गुरु पर्वत पर श्रीहरि के चिन्ह शंख की आकृति बनाएं। वहीं विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करं। काम में सफलता मिलने तक तीनों में कोई भी उपाय लगातार कर सकते हैं।

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