Kanpur news, New Delhi news : प्रदेश में आयकर विभाग की टीम ने कानपुर की एक बड़ी इस्पात कंपनी समेत उनसे जुड़े 40 से अधिक प्रतिष्ठानों में छापेमारी की। कानपुर के साथ ही उन्नाव, हमीरपुर, गाजियाबाद, नोएडा समेत कई शहरों में गुरुवार को दिनभर आयकर टीमें जांच-पड़ताल करती रहीं। कंपनी संचालक के आवास, अलग-अलग शहरों में संचालित फैक्ट्रियों के अलावा कारोबार से जुड़े कई व्यापारियों के ठिकानों पर भी टीमें पहुंचीं। देर रात तक कार्रवाई जारी रही। टैक्स चोरी, मुखौटा कंपनियां और खरीद-फरोख्त में बड़ी गड़बड़ियों के साक्ष्य मिलने की सूचना है। छापेमारी से जुड़े अधिकारियों ने कार्रवाई की पुष्टि की है, पर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
कार्रवाई का दायरा बढ़ाया गया
कंपनी के मालिक के कानपुर स्थित तिलक नगर आवास के अलावा रनियां, हमीरपुर के समेरपुर में दो और उन्नाव स्थित फैक्ट्री पर आयकर टीमों ने छापा मारा। हमीरपुर, उन्नाव में बुधवार देर रात ही टीमों ने कार्रवाई की। इसके बाद कार्रवाई का दायरा बढ़ाया गया। इस्पात कारोबारी की फैक्ट्रियों में गड़बड़ी के व्यापक साक्ष्य मिलने पर आयकर ने छापेमारी का दायरा बढ़ा दिया। कारोबार से जुड़े व्यापारियों के ठिकानों पर गुरुवार सुबह नौ बजे टीमें पहुंच गईं। स्क्रैप कारोबार से जुड़ी एक फर्म के संचालक व उनके छोटे के भूसाटोली, हरबंश मोहाल स्थित आवास व कारखाने में छापा मारा। इसके अलावा एक दर्जन और करीबी कारोबारियों के प्रतिष्ठान और आवास पर टीमों की जांच देर रात तक जारी रही। एमरॉड फजलगंज, टीपीनगर, दादानगर, पनकी, विकास नगर में भी टीमें जांच करने पहुंचीं।
बिक्री ज्यादा-टैक्स कम
छापेमारी के दौरान अधिकारियों को जांच में कई अहम सबूत मिले हैं। कंपनी ने बिक्री के मुकाबले उत्पादन कम दिखाया है। साथ ही टैक्स से बचने के लिए अधिक मुनाफा को छिपाया। घर, फैक्ट्री, कॉरपोरेट ऑफिस में कंप्यूटरों की जांच की जा रही है। साथ ही फर्म के अधिकारियों के मोबाइल फोन और लैपटॉप को टीम ने जमा करा लिया है।
विदेशों में भी कारोबार
कंपनी का सालाना कारोबार लगभग 1200 करोड़ रुपए से अधिक का है। प्रदेश, देश ही नहीं, बल्कि कंपनी का कारोबार विदेशों तक फैला है। छापेमारी को बेहद गोपनीय तरीके से किया गया। इसकी खबर आयकर के कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी काफी देर तक नहीं थी।
डीजीजीआई के भी शामिल होने की चर्चा रही
भरुआ सुमेरपुर में कंपनी की फैक्ट्री में बुधवार देर रात लखनऊ से आई टीम ने छापा मारा। इस टीम के साथ डीजीजीआई के भी शामिल होने की चर्चा रही। हालांकि, इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। छापेमारी के दौरान रात की शिफ्ट में काम होता रहा। गुरुवार सुबह वर्करों का दोनों फैक्ट्रियों में प्रवेश रोक दिया गया, जिससे उत्पादन भी ठप हो गया। बताया कि रात में छापेमारी से आयकर कानपुर विंग के अधिकारियों को भी दूर रखा गया। पूरी रात जांच चलने के बाद कानपुर को जानकारी दी गई।
आशंका है कि फैक्ट्री में भारी मात्रा में टैक्स चोरी की जा रही है। अधिकारियों ने छापेमारी के लिए फैक्ट्री के मुख्य गेट को बंद कराकर पुलिस का पहरा बाहर बैठा दिया है। साथ ही वह कुछ भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इस्पात फैक्ट्रियों में छापा पड़ने से बाहर से आए कच्चे माल की सैकड़ों गाड़ियां खड़ी हो गई हैं, टीम फैक्ट्री के सभी मैनेजरों व डायरेक्टरों से अलग-अलग बात कर जानकारी जुटा रही है।