कालेज के डीन की बातें नहीं मानी,वीसी को बुलाने पर अड़े है
Kanke / Ranchi News: Birsa Agriculture University के रांची वेटनरी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी। उन्होंने कालेज परिसर के सभी विभागों तथा ओपीडी में तालाबंदी कर विरोध जताया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह लगभग आठ बजे स्टूडेंट्स कॉलेज जाने वाले मुख्य मार्ग के सामने एकत्र हुए और उसे अवरुद्ध कर धरने पर बैठ गए। जिसके कारण ओपीडी सेवाएं पूरी तरह ठप हो गया और क्लास बंद रहा। परंतु आकस्मिक सेवा पशुओं की देखभाल कार्य आदि को बाधित नहीं किया गया।
डीन डॉ सुशील प्रसाद और डीन पीजी डॉ एमके गुप्ता ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया
मार्ग अवरुद्ध कर धरना प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने एक भी शिक्षक और कर्मचारी को अंदर नहीं जाने दिया। विद्यार्थियों को इससे और भी आपत्ति थी कि कई घंटे तक कोई वरीय भी पदाधिकारी छात्रों से मिलने तक नहीं आया। काफी देर बाद में डीन डॉ सुशील प्रसाद और डीन पीजी डॉ एमके गुप्ता ने छात्रों से बात की और उन्हें समझाने का प्रयास किया। उन्होंने बार बार तालाबंदी और हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया। लेकिन स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे, उनका आरोप था कि प्रबंधन के द्वारा लगातार की जा रही उनकी मांगों ko के नजरअंदाज किया जा रहा है। उनका कहना था कि कई बार आवेदन देने के बाद भी उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वीसीआई ने वर्ष 2016 से ही उनकी इंटर्नशिप की अवधि छह माह से बढ़ाकर एक वर्ष कर दी है। उन्हें आज भी महज 3000 रुपए प्रतिमाह की राशि दी जा रही है। जबकि अन्य राज्यों की तरह उनको प्रतिमाह 15000 रुपए दिए जाने चाहिए। वहीं फेलोशिप करने वाले छात्रों को मात्र 1500 रुपए प्रतिमाह दिया जा रहा है। जबकि उन्हें भी पहले वर्ष में 8000 जबकि दूसरे वर्ष 8500 रुपया मिलने चाहिए। छात्रों ने बटाया कि यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में वेटनरी के छात्रों को 15000 और उससे अधिक की राशि दी जा रही है। छात्रों ने प्रबंधन से कहा कि बिना मांग पूरी हुए वे अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त नहीं करेंगे। छात्र इस मुद्दे को लेकर कुलपति डॉ एससी दुबे से वार्ता के लिए अड़े थे। जबकि कालेज के डीन ने कहा कि कुलपति से केवल कुछ छात्र ही मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। छात्रों का सीधा आरोप था कि वीसी का आवास उनके प्रदर्शन स्थल के बगल में है। लेकिन वे उनसे नहीं मिल रहे हैं
छात्रों ने बटाया कि इस विषय पर छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह से मिला तथा उनसे इसमें पहल करने का आग्रह किया है। कृषि मंत्री ने तत्काल वीसी से फोन पर बात की और छात्रों की मांग के संबंध में एक प्रस्ताव बना कर भेजने को कहा। प्रतिनिधिमंडल को उन्होंने आश्वस्त किया कि वे 13 सितंबर को बीएयू में एक बैठक में शामिल होने आएंगी तथा इसपर विषय पर सार्थक पहल करेंगी। इस आश्वासन से छात्रों में उनकी मांगों के पूरा होने की उम्मीद जगी है। परंतु बीएयू प्रबंधन के रवैये से क्षुब्ध छात्रों ने कहा कि उनका आंदोलन बुधवार को भी जारी रहेगा।