मंजूरी मिली तो अहमदाबाद में होंगे गेम्स, पहले दो एशियन, एक कॉमनवेल्थ गेम्स होस्ट किए
New Delhi news : भारत ने ओलिंपिक गेम्स-2036 की मेजबानी हासिल करने के लिए दावेदारी पेश कर दी है। इसके तहत इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (आईओए) ने इंटरनेशनल ओलिंपिक काउंसिल (आईओसी) को पत्र लिखा है। ओलंपिक 2036 के लिए अहमदाबाद को मेजबान शहर बनने के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्रीय खेल मंत्रालय के सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारत सरकार ने एक अक्टूबर को लेटर ऑफ इंटेंट के जरिए आईओसी से गेम्स का आयोजन कराने की इच्छा जाहिर की है। यदि भारत ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी हासिल कर लेता है, तो यह पहला मौका होगा, जब यहां ओलिंपिक गेम्स का आयोजन होगा। सूत्र ने कहा कि यह महत्वपूर्ण अवसर पूरे देश में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और युवा सशक्तिकरण को बढ़ावा देकर पर्याप्त लाभ दिला सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से कहा था- ‘भारत ओलिंपिक गेम्स-2036 की मेजबानी करेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से कहा था- ‘भारत ओलिंपिक गेम्स-2036 की मेजबानी करेगा।’
आईओए अध्यक्ष पीटी उषा सहित भारत के शीर्ष खेल प्रशासक देश की पैरवी करने के लिए इस साल पेरिस ओलंपिक में थे। यह भी पता चला है कि यदि भारत को मेजबानी मिलती है, तो वह योग, खो-खो और कबड्डी जैसे स्वदेशी खेलों को शामिल करने पर जोर देगा। भारतीय खेल प्राधिकरण के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने नए खेल मंत्री मनसुख मांडविया को ओलंपिक मेजबानी हासिल करने के लिए आवश्यक उपायों पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी पेश की है। इस रिपोर्ट में एमओसी ने छह खेलों की पहचान की है, जिन्हें भारत को मेजबानी मिलने पर ओलंपिक में शामिल किया जाएगा। इन खेलों में योग, खो खो, कबड्डी, शतरंज, टी20 क्रिकेट और स्क्वाश शामिल हैं।
2032 तक के ओलिंपिक मेजबान तय हो चुके हैं। 2032 की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर को दी गई है, जबकि 2028 के ओलिंपिक लॉस एंजिलिस में होने हैं। भारत अब तक 3 मल्टी स्पोर्ट्स गेम्स की मेजबानी कर चुका है। देश ने आखिरी बार 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी। इससे पहले भारत में 1982 और 1951 के एशियन गेम्स भी कराए जा चुके हैं।
मेजबानी की दौड़ में ये देश भी शामिल
आईओसी के अगले साल होने वाले चुनावों से पहले मेजबान पर निर्णय नहीं लिया जाएगा। भारत को मेजबानी की दौड़ में सऊदी अरब, कतर और तुर्की जैसे कई अन्य देशों की कड़ी चुनौती का सामना भी करना पड़ेगा, जो खुद को इस खेल महाकुंभ की मेजबानी के लिए मजबूत दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। भारत की मेजबानी के दावे को आईओसी के वर्तमान प्रमुख थॉमस बाक का समर्थन भी हासिल है।