हरदीप सिंह निज्जर मामले में प्रधानमंत्री ट्रूडो के आरोपों को खारिज किया
New Delhi news : खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में कनाडा के गंभीर आरोपों पर भारत सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। विदेश मंत्रालय ने कनाडाई उच्चायुक्त स्टीवर्ट व्हीलर को तलब किया है। इससे पहले भारत ने कनाडा के आरोपों को ‘बेतुका’ बताकर सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें ओटावा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या की जांच से जोड़ा गया।
भारत में सोमवार को कनाडा के उच्चायुक्त स्टीवर्ट व्हीलर को विदेश मंत्रालय ने कनाडा के कदम पर स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया। भारत ने कनाडा के इन आरोपों को द्विपक्षीय संबंधों में खटास डालने और बिगाड़ने वाला रवैया बताया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें कल कनाडा से एक राजनयिक संचार मिला, जिसमें कहा गया था कि भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य राजनयिक हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में जांच से संबंधित मामले में निगरानी वाले व्यक्ति हैं।
सबूतों का एक टुकड़ा भी नहीं दिखाया
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत अब ‘भारतीय राजनयिकों के खिलाफ आरोपों को गढ़ने के कनाडा सरकार के इन नवीनतम प्रयासों के जवाब में आगे कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कुछ आरोप लगाए थे, इसलिए कनाडा सरकार ने हमारी ओर से कई अनुरोधों के बावजूद भारत सरकार के साथ सबूतों का एक अंश भी साझा नहीं किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा का नवीनतम कदम उन बातचीत के बाद उठाया गया है, जिसमें फिर से बिना किसी तथ्य के दावे किए गए थे।
कई प्रत्यर्पण अनुरोधों की अनदेखी की गई
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस उद्देश्य से ट्रूडो सरकार ने जानबूझकर हिंसक चरमपंथियों और आतंकवादियों को कनाडा में भारतीय राजनयिकों और सामुदायिक नेताओं को परेशान करने, धमकाने और डराने के लिए जगह दी है। इसमें उन्हें और भारतीय नेताओं को जान से मारने की धमकी देना भी शामिल है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इन सभी गतिविधियों को बोलने की स्वतंत्रता के नाम पर उचित ठहराया गया है। अवैध रूप से कनाडा में प्रवेश करने वाले कुछ लोगों को तेजी से नागरिकता प्रदान की गई। कनाडा में रहने वाले आतंकवादियों और संगठित अपराध से जुड़े लोगों के संबंध में भारत सरकार के कई प्रत्यर्पण अनुरोधों की अनदेखी की गई है।
संजय कुमार वर्मा का रहा है शानदार करियर
विदेश मंत्रालय ने कहा कि उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा भारत के सबसे वरिष्ठ सेवारत राजनयिक हैं, जिनका 36 वर्षों का शानदार करियर रहा है। मंत्रालय ने कहा कि वह जापान और सूडान में राजदूत रह चुके हैं, जबकि इटली, तुर्की, वियतनाम और चीन में भी सेवा दे चुके हैं। कनाडा सरकार द्वारा उन पर लगाए गए आरोप हास्यास्पद हैं और अवमानना के योग्य हैं। भारत सरकार ने भारत में कनाडा के उच्चायोग की गतिविधियों का संज्ञान लिया है, जो वर्तमान शासन के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करता है।