Washington news : इसके पहले इस तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी किसी को नहीं होगी। दुनिया में पहली बार भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स ने स्पेस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सुनीता ने पहली बार धरती से 420 किलोमीटर दूर, अंतरिक्ष में अपने अनुभव साझा किए। यह प्रेस कांफ्रेंस विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने उन कारणों के बारे में बताया कि क्यों वे अभी तक धरती पर वापस नहीं आ सके हैं। दोनों ने जून में एक आठ दिवसीय स्पेस मिशन पर अंतरिक्ष की यात्रा की थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण वे अब तक अंतरिक्ष में ही बने हुए हैं।
धरती पर वापसी की प्रक्रिया जारी
सुनीता विलियम्स ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि बोइंग स्टारलाइनर यान में आई तकनीकी खामियों के कारण वे धरती पर वापस नहीं आ सकीं। नासा ने इसे खतरनाक मानते हुए, सुनीता और विल्मोर को अंतरिक्ष में ही रहने का निर्णय लिया। नासा के अनुसार, ‘स्पेसएक्स’ यान अगले साल फरवरी में इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाएगा। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी की प्रक्रिया अभी भी जारी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले कुछ महीनों में क्या विकास होते हैं।