Sambhal news, UP news : शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा के बाद बैन कर दी गई इंटरनेट सेवा शुक्रवार की शाम चार बजे बहाल हो गई। इससे पांच दिन बाद लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है। माना जा रहा है कि सबसे चुनौतीपूर्ण जुमे की नमाज के शांति से निपट जाने के बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने का फैसला किया है। संभल के जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने बताया कि संभल में शुक्रवार शाम चार बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।
हिंसा का केंद्र रहे मुहल्ले और शाही जामा मस्जिद समेत अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा किए जाने के कुछ घंटे बाद इंटरनेट बहाल करने का यह कदम उठाया गया। मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद इस जिले में हिंसा हुई थी। इसे देखते हुए नमाज से पहले जिले के अधिकारियों ने यहां के लोगों से जामा मस्जिद में एकत्रित होने के बजाय आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की थी। इसके साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना टालने के लिहाज से निगरानी बढ़ाने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई।
शुक्रवार को जामा मस्जिद में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता ममलूकुर्रहमान बर्क नमाज पढ़ने पहुंचे। पुलिस ने जियाउर्रहमान बर्क को हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया है। जुमे के दिन करीब एक हजार लोग नमाज के लिए पहुंचे। हालांकि, शाही इमाम ने लोगों से अपील की थी कि जामा मस्जिद की बजाए अपने-अपने घर के पास की मस्जिदों में नमाज अदा करें।
इससे पहले, संभल की चंदौसी कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट पेश नहीं हुई। एडवोकेश कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने कहा कि 24 नवंबर को सर्वे के दौरान हिंसा हो गई थी, इसलिए रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई। कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट जमा करने के लिए 10 दिन का वक्त दिया है।