- स्मार्ट सिटी क्षेत्र में अपोलो मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन करेंगे शिलान्यास
- गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए बड़े शहरों से मिलेगी छुट्टी
- पैसे के अभाव में झारखंड के मरीजों की नहीं जायेगी जान
Ranchi News : अब झारखंड के मरीजों को गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए देश के दूसरे शहरों के बड़े अस्पतालों का चक्कर काटनें से मुक्ति मिलेगी और ऐसा हो सकेगा स्वास्थ्य क्षेत्र में झारखंड सरकार के नेक प्रयास और अपोलो हॉस्पिटल्स इंटरप्राइजेज के बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता से। जी हां, अब वह दिन दूर नहीं जब रांची में ही हर वह इलाज सम्भव होगा, जिसके लिए झारखंड के लोगों को नयी दिल्ली,चेन्नई, मुम्बई, हैदराबाद जैसे शहरों की ओर रुख करना पड़ता है। दरअसल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के व्यक्तिगत और राज्य सरकार के नेक प्रयास से यह सम्भव होने जा रहा है।
आज होगा शिलान्यास
सोमवार 07 अक्टूबर को रांची के धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी क्षेत्र में अपोलो मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का शिलान्यास सूबे के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन करेंगे। 310 बेड के इस मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रसिद्ध हृदय देखभाल, अत्याधुनिक कैंसर उपचार, दयालु मातृ स्वास्थ्य, विशेष बाल चिकित्सा की व्यवस्था होगी। यह अस्पताल आपके जीवन के हर चरण पर आपके साथ रहेगा।
हृदय रोग सहित 50 से ज्यादा विशिष्ट विभाग उपलब्ध
यहां हृदय विज्ञान सहित 50 से ज्यादा नैदानिक विशिष्टताएं उपलब्ध होंगी। गैस्ट्रोसाइंसेज, न्यूरो साइंसेज, रीनल साइंसेज, orthopedics एंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, आंकोलॉजी, आपातकालीन और आघात से बचाव के लिए हमेशा विशेषज्ञ और उपकरण उपलब्ध रहेंगे। इस अस्पताल में अत्याधुनिक कैथ लैब्स, एमआरआई, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, सिटी स्कैन, पीएफटी इत्यादि, जो उन्नत देखभाल के लिए जरूरी होता है, वह सबकुछ रहेगा।
रांची नगर निगम ने रांची स्मार्ट सिटी से जमीन लेकर अपोलो प्रबंधन को नि:शुल्क उपलब्ध करायी है
अस्पताल निर्माण के लिए रांची नगर निगम ने रांची स्मार्ट सिटी से जमीन लेकर अपोलो प्रबंधन को नि:शुल्क उपलब्ध करायी है। स्मार्ट सिटी में 2.75 एकड़ जमीन पर यह अस्पताल जल्द आकार लेगा और झारखंड के मरीजों को अपने ही शहर में इलाज उपलब्ध करायेगा। गौरतलब है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अत्याधुनिक नवाचारों और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा के लिए अपोलो विश्व प्रसिद्ध अस्पतालों की सूची में अग्रणी पंक्ति में खड़ा है।
अस्पताल की खास बातें
- इस अस्पताल का निर्माण रांची स्मार्ट सिटी क्षेत्र में 2.75 (पौने तीन एकड़) एकड़ जमीन पर होगा।
- रांची नगर निगम की ओर से इस जमीन को नि:शुल्क अपोलो प्रबंधन को उपलब्ध कराया गया है।
- यह अस्पताल 310 बेड का होगा।
- यहां हमेशा अत्याधुनिक कैथ लैब्स, एमआरआई, आॅपरेशन थिएटर और न केवल प्रौद्योगिकी के साथ, बल्कि जीवन रक्षक हस्तक्षेपों तथा अभूतपूर्व प्रक्रियाओं के वादे के साथ सुसज्जित आईसीयू तैयार रहेगा।
- इस अस्पताल में 24 घंटे आपातकालीन सेवा उपलब्ध रहेगी।
- इस अस्पताल के माध्यम से झारखंड के सभी मरीजों को विश्वस्तरीय गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा सुलभ कराया जायेगा।
- गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए झारखंड के लोगों को दूसरे शहरों में नहीं भटकना होगा।
- रांची व आसपास की 22 लाख जनसंख्या के अनुपात में मरीजों की संख्या के लिहाज से आधारभूत संरचना उपलब्ध रहेगी।
- सरकार की स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता।
- राज्य सरकार हर नागरिक को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा देने के लिए कृत संकल्प है।
- झारखंड सरकार एक ऐसे भविष्य की कल्पना करती है, जहां हर जीवन को महत्त्व दिया जाये…जहां स्वास्थ्य एक विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक अधिकार हो।
- इस कल्पना को साकार करने के लिए झारखंड सरकार ने भारत की चिकित्सा उत्कृष्टता के प्रतीक अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ हाथ मिलाया है।
- करीब चार दशकों से अपोलो अस्पताल भारत में स्वास्थ्य सेवा नवाचार में सबसे आगे रहा है।
ये भी रहेंगे मौजूद
कार्यक्रम में राज्य सरकार की ओर से मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, अधिकारियों-पदाधिकारियों के साथ-साथ अपोलो प्रबंधन की ओर से अपोलो अस्पताल इंटरप्राइज की एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरपर्सन डॉक्टर प्रीता रेडी और उनकी टीम मौजूद रहेगी। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए डॉक्टर प्रीता रेडी विशेष विमान से कल रांची पहुंचेंगी।