Ranchi news : विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कल्पना सोरेन ने रविवार को पाकुड़ और डुमरी में चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। कल्पना सोरेन ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने दोगुनी ताकत से झारखंड को पीछे लाने का कार्य किया। भाजपा के बड़े-बड़े नेता प्रदेश में मंडरा रहे हैं। यह उनकी सत्ता से दूर रहने की बेचैनी का प्रतीक है।
कल्पना सोरेन ने कहा कि भाजपा जब सत्ता में रही, तो हजारों स्कूल बंद कर बच्चों को शिक्षा से वंचित कर दिया, 11 लाख राशन कार्ड रद्द कर लोगों को अन्न के अधिकार से वंचित कर दिया। यहां के विकास का पैसा केन्द्र सरकार के जरिये भाजपा शासित राज्यों को भेज कर झारखंड के लोगों के साथ अन्याय किया। लेकिन, महागठबंधन की सरकार ने लोगों को उनका अधिकार दिया, उत्कृष्ट विद्यालय शुरू कर बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। हमने आधी आबादी को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान कर रहे हैं। यह राशि अब एक हजार से 2500 होनेवाली है।
कल्पना सोरेन ने कहा कि पहले चरण के मतदान में महिलाओं ने खुल कर भागीदारी निभायी है, जिससे यह साफ साबित होता है कि महागठबंधन सरकार की मंईयां सम्मान योजना और महिलाओं के लिए शुरू की गयी योजनाओं के प्रति उनका विश्वास गहराया है। कल्पना सोरेन ने कहा कि माता-बहनों को जो हम सम्मान दे रहे हैं, उसको लेकर भाजपा के लोगों ने न्यायालय में पीआईएल दर्ज किया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इससे उनके मुंह में जोरदार तमाचा लगा है।
कल्पना सोरेन ने कहा कि पिछड़ों को आरक्षण देने, 1932 आधारित स्थानीय नीति और आदिवासी सरना धर्म कोड को लागू करना चाहते हैं। हमने उसे पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा, लेकिन केन्द्र सरकार ने उसे दबा दिया।
महगामा में कल्पना ने कहा- केन्द्र सरकार झारखंडियों को अधिकार नहीं देना चाहती
कल्पना सोरेन ने महगामा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछड़ों के लिए महागठबंधन की सरकार ने 27 प्रतिशत आरक्षण, आदिवासी सरना धर्म कोड विधानसभा से पारित कर केन्द्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा है। लेकिन, उन्होंने इसको अबतक स्वीकृत नहीं किया। केन्द्र सरकार झारखंडियों को उनका हक नहीं देना चाहती।
कल्पना सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की सरकार झारखंड के हक-अधिकार के लिए अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी। आप सभी महगामा वासी महागठबंधन सरकार को समर्थन दें, ताकि आपके लिए निरन्तर कार्य किया जा सके। कल्पना सोरेन ने कहा कि केन्द्र सरकार सिर्फ महंगाई का बोझ देती है, उस महंगाई को कम करने का प्रयास नहीं करती। महागठबंधन की सरकार ने झारखण्ड के लोगों की स्थिति को समझा और उन्हें महंगाई से राहत देने के लिए बकाया बिजली बिल माफ किया। लाखों माता-बहनों को आर्थिक सहायता दी। किसानों का कृषि ऋण माफ किया गया। कृषि ऋण माफी में सबसे बड़ा योगदान दीपिका पांडे सिंह का है। किसानों का 02 लाख तक का ऋण महागठबंधन की सरकार ने माफ किया है।