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जानिए इस्कान की इस हरकत से पुरी जगन्नाथ धाम में उठे विरोध के स्वर

जानिए इस्कान की इस हरकत से पुरी जगन्नाथ धाम में उठे विरोध के स्वर

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Bhuneshwar news, Odisha news : इस्कान ने आखिर ऐसा क्या किया कि पुरी जगन्नाथ धाम में विरोध के स्वर उठने लगे। बहरहाल, इस्कान के एक पोस्ट ने जगन्नाथ महाप्रभु के लाखों भक्तों को आंदोलित कर दिया है। दरअसल, इस्कान अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित लीजन पार्क में नौ नवंबर को जगन्नाथ महाप्रभु की रथयात्रा निकाल रहा है। इस्कान ने अपनी वेबसाइट और इंटरनेट मीडिया पर इसे लेकर पोस्ट किया है। और तो और इस आशय का निमंत्रण पत्र श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन को भेजा है।

तो इस्कान कर रहा स्थापित परंपराओं की अवहेलना

महाप्रभु के भक्तों, सेवकों और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के पदाधिकारियों ने इस्कान के इस आयोजन पर कड़ी आपत्ति जताई है। कहा है कि अबतक आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि को ही भगवान की रथयात्रा निकालने की परंपरा रही है, इस्कान प्रबंधन इसकी अवहेलना कर रहा है। जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव के अनुसार पुरी धाम में भगवान जगन्नाथ का मुख्य मंदिर है, जहां मूल विग्रह की पूजा की जाती है। स्थापित परंपरा के अनुसार आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि को ही यहां स्थापित चतुर्धा विग्रह रत्नवेदी से निकलकर रथयात्रा पर निकलते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। स्कंद पुराण में भी इसका वर्णन है।

2007 से ही चल रही हैं इस तरह की गतिविधियां

गजपति के अनुसार 2007 से ही इस्कान इस तरह की गतिविधियां कर रहा है। उस वर्ष उसने सात अक्टूबर को लुधियाना और 23 दिसंबर को दिल्ली में रथयात्रा का आयोजन किया था। मंदिर के तत्कालीन मुख्य प्रशासक सुरेश चंद्र महापात्र ने इस संबंध में इस्कान प्रमुख को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी। साथ ही इस आशय का पत्र दिल्ली के मुख्यमंत्री को भी भेजा था और कार्रवाई की मांग की थी, परंतु उसका कोई फलाफल नहीं निकला। इससे पूर्व 2019 में इस्कान के अधिकारियों के साथ जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की बैठक हुई की थी। इसके बाद में 22 जुलाई 2021 को इस्कान ब्यूरो आफ इंडिया द्वारा एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें आषाढ़ शुक्ल द्वितीया और त्रयोदशी के बीच ही रथयात्रा निकालने की बात कही गई थी, लेकिन स्थिति यथावत रही।

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