New Delhi news: लेबनान में अचानक सीरियल ब्लास्ट से अफरा-तफरी मच गई। किसी ने अस्पताल की तरफ रुख किया तो कोई खुद को बचाने के लिए सेफ जगह तलाशने लगा। ऐसा धमाके के बारे में हिजबुल्ला के लड़ाकों ने कभी सोचा भी नहीं होगा। इंटरनेशनल मीडिया के अनुसार, इजरायल ने न तोप चलाए न मिसाइल, लेकिन लेबनान में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम दे दिया। हिज्बुल्लाह के सैकड़ों सदस्यों के पेजर्स में अचानक धमाके हुए। लेबनान में तैनात ईरान के राजदूत समेत 3000 से ज्यादा लोग उसके चपेट में आ गए। हिज्बुल्ला के अनुसार, इन धमाकों में 8 मौतें हुई, जिनमें उसके लड़ाके और एक बच्ची भी शामिल है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए एक वरिष्ठ लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने आरोप लगाया कि पेजर तब फटा जब उन्हें एक कोडित संदेश भेजा गया, जिससे विस्फोटक सक्रिय हो गए।
इजराइल का हाथ
बता दें कि पेजर कम्यूनिकेशन का जरिया होता है। इस डिवाइस में मेसेज प्राप्त कर सकते हैं या भेज सकते है। लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा कि राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगरों समेत कई इलाकों में एक समय में ही ऐसे धमाकों की खबर है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों में घायलों को बैठे या लेटे अस्पताल ले जाते देखा गया है। हिजबुल्लाह ने कहा कि यह सुरक्षा में सेंध का सबसे बड़ा मामला है। इसके पीछे इजरायल का हाथ बताया जा रहा। लेबनानी सुरक्षा सूत्रों के हवाले से कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि इजरायल की मोसाद जासूसी एजेंसी ने पांच महीने पहले लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह द्वारा मंगाए गए 5000 ताइवान निर्मित पेजरों के अंदर थोड़ी मात्रा में विस्फोटक रखा था।