Balia news: राज्य के बलिया जिले के बकुलहा स्टेशन के पास शनिवार को पटरी पर पत्थर रखकर लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन को पलटने की साजिश की गई। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर हादसे को टाल दिया, फिर भी इंजन से टकराकर पत्थर दूर जा गिरा।
घटना के बाद रेल विभाग में हड़कंप मच गया
घटना के बाद लोको पायलट ने इसकी सूचना रेल अफसरों को दी। इसके बाद रेल विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आला अधिकारी और आरपीएफ मौके पर पहुंचकर मौके का जायजा लिया। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को वाराणसी-बलिया-छपरा रेल प्रखंड पर दिन में साढ़े दस बजे के आसपास बकुलहा-मांझी रेलवे स्टेशन के बीच रेल पटरी पर पत्थर मिला। उन्होंने बताया कि लखनऊ से छपरा जा रही 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के ‘कैटल गार्ड’ से पत्थर टकरा कर दूर जा गिरा। लोको पायलट ने पटरी पर रखे पत्थर को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया, फिर भी इंजन के कैटल गार्ड से पत्थर टकरा गया। सुरक्षा सुनिश्चित कर ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस घटना में किसी तरह की क्षति नहीं हुई है।
बिहार सीमा पर स्थित मांझी पुल के पहले चांद दियर गांव के यादव नगर के सामने यह घटना हुई
इस मामले में बैरिया थाना के प्रभारी निरीक्षक एसरामायण सिंह ने बताया कि बिहार सीमा पर स्थित मांझी पुल के पहले चांद दियर गांव के यादव नगर के सामने यह घटना हुई। इस रेल मार्ग से लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के आधा घंटा पहले एक पैसेंजर ट्रेन भी गुजरी थी। उन्होंने बताया कि रेल पटरी पर पत्थर रखने की सूचना मिलते ही पुलिस और राजकीय रेलवे पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गयी है।
बैरिया के सीओ मोहम्मद उस्मान ने बताया कि पत्थर से इंजन के सेफ्टी गार्ड के टकराने से पटरी के कुछ स्लीपर में खुरचन के निशान आ गए हैं। हालांकि ट्रेन बिना रुके अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई। रेलवे परिचालन सामान्य है।