Varanasi news, MahaKumbh agnikand : प्रयागराज महाकुम्भ मेले में 19 जनवरी को लगी आग की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) ने ली है। इसके बाद यूपी एटीएस और एनआईए अलर्ट हो गई हैं। अब एजेंसियां अग्निकांड में आतंकी कनेक्शन तलाश रही हैं। एजेंसियों ने एक हजार संदिग्ध लोगों का मोबाइल नंबर, सोशल मीडिया अकाउंट ट्रेस किया है। सबको नोटिस भी भेजा है। इनमें से 117 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। ये सभी घटना के वक्त महाकुम्भ के आसपास मौजूद थे। इनमें से 90 फीसदी लोग गैर हिंदू समुदाय के हैं।
सूत्रों की मानें, तो एटीएम ने वाराणसी से 10 लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा, एटीएस ने मेला क्षेत्र के 600 सीसीटीवी खंगाले हैं। इन फुटेज को फिल्टर किया है। इसमें कुछ संदिग्ध दिखाई दिए हैं। इनकी शिनाख्त के लिए आठ टीमों को लगाया गया है। एटीएस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार जैसे कई राज्यों की पुलिस को संदिग्धों के इनपुट भेजे हैं।
1000 लोगों ने 19 जनवरी को कुम्भ क्षेत्र के वीडियो पोस्ट किए
एटीएस की आईटी विंग ने सोशल मीडिया पर प्रयागराज महाकुम्भ और गैर-हिंदू समुदाय के टाइटल डालकर सर्च किया। इस दौरान ऐसे एक हजार लोग सामने आए, जिन्होंने 19 जनवरी को कुम्भ क्षेत्र के वीडियो पोस्ट किए। कुम्भ की लोकेशन बताई और वहां होने वाली गतिविधियां दिखाईं।
इसी आधार पर प्रदेश भर में ऐसे लोगों को नोटिस भेजा जा रहा है। अलग-अलग जिलों में एटीएस इन लोगों से पूछताछ कर रही है। जिनसे पूछताछ हो चुकी है, उन्हें शहर न छोड़ने को कहा गया है। किसी प्रकार की संदिग्धता होने पर उन्हें फिर से बुलाया जाएगा।
सिराजुद्दीन से 3 घंटे पूछताछ
वाराणसी एटीएस ने जैतपुरा के अमानतुल्लाह निवासी एनएसयूआई नेता शाहिद जमाल के पुत्र सिराजुद्दीन को नोटिस जारी किया था। सोमवार को उसे अशोक विहार कॉलोनी स्थित एटीएस कार्यालय बुलाया। उससे तीन घंटे तक पूछताछ की गई। सिराजुद्दीन 19 जनवरी को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में था। सोशल मीडिया पर लाइव होकर वहां के बारे में जानकारी दी थी। महाकुम्भ के मेला क्षेत्र में 19 जनवरी को शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई थी। शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में ये आग लगी थी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए थे। महाकुम्भ प्रशासन के अनुसार, गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय गैस लीक होने के कारण आग लगी थी। आग लगने से रसोई में रखे दो गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए थे। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी।
केजेडएफ ने कहा था, यह पीलीभीत का बदला
मंगलवार को आतंकवादी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने मीडिया संस्थानों को ई-मेल भेजा। इसमें दावा किया कि महाकुम्भ में ब्लास्ट कराया। यह पीलीभीत एनकाउंटर का बदला है। इसका उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था। यह सिर्फ यूपी के सीएम के लिए एक अलर्ट है। यह अभी शुरुआत है। ई-मेल में फतेह सिंह बागी का नाम लिखा है। हालांकि यूपी पुलिस ने खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के दावे को नकार दिया है।