भाजपा ने बनाया प्रतिष्ठा का सवाल, सीएम खुद कर रहे मानीटरिंग, सपा ने अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को उतारा मैदान में
Lucknow news : अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी गयी है। केन्द्रीय चुनाव आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के अनुसार इस उपचुनाव में पांच फरवरी को मतदान करवाया जाएगा। आगामी 10 जनवरी से नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरु होगी, जो 17 जनवरी तक चलेगी। रिजल्ट आठ फरवरी को आएगा।
10 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस उपचुनाव के लिए 10 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी और उसी दिन से नामांकन शुरु हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि 17 जनवरी तक नामांकन दाखिले के बाद 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी, 20 जनवरी तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। मिल्कीपुर सीट सपा के विधायक रहे अवधेश प्रसाद के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को पहले ही मिल्कीपुर से पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर रखा है। हालांकि भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। चर्चा है कि भाजपा बाबा गोरखनाथ को इस सीट पर उतार सकती है।
बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट हारने के बाद भाजपा अब किसी भी सूरत में मिल्की विधान सभा सीट का उपचुनाव जीतने की तैयारी कर चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस सीट के उपचुनाव की मानीटरिंग कर रहे हैं। जातिवार समीकरण साधने के लिए वहां छह मंत्रियों की टीम लगायी गयी है। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही अयोध्या जिले के प्रभारी हैं इसलिए उन्हें मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव की कमान सौंपी गयी है।
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को कुर्मी वोट बैंक साधने के लिए लगाया है
मुख्यमंत्री ने अपने करीबी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को कुर्मी वोट बैंक साधने के लिए लगाया है, जबकि चुनाव प्रबंधन के अनुभवी, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर को ठाकुर वोट बैंक साधने के लिए लगाया गया है। यादव वोट बैंक के लिए खेल मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश यादव, ब्राम्हण वोट बैंक के लिए राज्यमंत्री सतीश शर्मा को तैनात किया गया है। चिकित्सा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह वहां पहले से ही सह प्रभारी के तौर पर काम कर रहे हैं।
सपा ने अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया
उधर, सपा ने अयोध्या-फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है इसके पीछे वजह यह है कि मिल्कीपुर सीट सुरक्षित है और यहां पिछड़ी जातियां निर्णायक हैं। अवधेश प्रसाद वर्ष 2012 और 2022 के विधानसभा चुनाव इसी सीट से विधायक रहे।
वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में मिल्कीपुर से भाजपा उम्मीदवार गोरखनाथ सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से 13000 वोट से अधिक वोटों के अंतर से हार गये थे। इसके बाद भाजपा ने अवधेश प्रसाद पर चुनाव प्रक्रिया में गलत हलफनामा दाखिल करने और नोटरी के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक याचिका दायर की थी।
पिछले साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में सपा ने अवधेश प्रसाद को अयोध्या से उतारा था और वह चुनाव जीतकर सांसद बने इसलिए मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गयी। पिछले ही साल 15 अक्तूबर को केन्द्रीय चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधान सभा की नौ रिक्त सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया, मगर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल होने की वजह से मिल्कीपुर विधान सभा के उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया था।
18 अक्तूबर को भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ ने हाईकोर्ट में अर्जी दी कि वह अब मुकदमा नहीं लड़ना चाहते, याचिका वापस लिये जाने के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया।