New Delhi news : भारत में कैंसर के मामलों के बढ़ने के साथ-साथ दवाइयों की मांग भी काफी बढ़ी है। कैंसर मरीजों को कम दाम पर दवाएं मिलती रहें, इसके लिए मोदी सरकार समय-समय पर कुछ दवाओं की कीमतों को कम कर रही है। इसी कड़ी में तीन कैंसर रोधी दवाओं – ट्रैस्टुजुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब और डुरवालुमैब दवाओं पर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) कम करना का फैसला हुआ है।
केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बताया कि केन्द्र सरकार ने इन तीन दवाओं/फॉर्मूलेशन पर मूल सीमा शुल्क (बीसीडी) को शून्य करने के अलावा इन कैंसर रोधी दवाओं पर जीएसटी दरों को 12 से घटा कर 05 प्रतिशत करने की अधिसूचना जारी की थी। निर्माताओं ने इन दवाओं पर एमआरपी कम कर दी है और राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) के पास सूचना दे दी है।
एनपीपीए ने कम्पनियों को जीएसटी दरों में कमी और सीमा शुल्क से छूट के कारण इन दवाओं पर एमआरपी कम करने के निर्देश दिये थे, ताकि उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल सके। उदाहरण के लिए, एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड ने कई फॉर्मूलेशन पर प्रति शीशी एमआरपी कम कर दी है। जबकि, ट्रैस्टुजुमाब डेरक्सटेकन का उपयोग स्तन कैंसर के लिए होता है, ओसिमर्टिनिब का उपयोग फेफड़ों के कैंसर के इलाज के किया जाता है और डुरवालुमाब का उपयोग फेफड़ों के कैंसर और पित्त नली के कैंसर ; दोनों में होता है। भारत में कैंसर के मामले काफी बढ़ रहे हैं।