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सुकमा-बीजापुर सीमा पर मिली नक्सलियों की सुरंग और हथियार बनाने की फैक्टरी

सुकमा-बीजापुर सीमा पर    मिली नक्सलियों की सुरंग और  हथियार बनाने की फैक्टरी

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Sukma News : छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के जवानों ने सुकमा-बीजापुर जिले की सीमावर्ती क्षेत्र में तालपेरू नदी के किनारे पर नक्सलियों की बनायी गयी सुरंग और फैक्टरी को बरामद किया है। इस सुरंग में नक्सलियों के हथियार बनाने के लिए डम्प की गयी सामग्री बरामद की गयी। साथ ही, अन्य विस्फोटक सामग्री और हथियार बरामद किये गये हैं।

बस्तर आईजी सुन्दरराज पी ने दी जानकारी
बस्तर आईजी सुन्दरराज पी ने शनिवार को कहा कि यह आॅपरेशन नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा प्रहार था। जवानों ने नक्सलियों के कोर जोन में घुस कर उन्हें मार गिराया। मुठभेड़ के बाद चलाये गये सर्च अभियान के दौरान सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों का बंकर ढूढ़ा है और वहां पर उनकी हथियारों की फैक्टरी का पता चला है। इस आॅपरेशन के दौरान जवानों की ओर से बनाया गया एक वीडियो सामने आया है। बस्तर आईजी ने कहा कि लगातार हो रहे आॅपरेशनों के कारण माओवादी बैकफुट पर आ गये हैं।

,सुरंग में हथियार और विस्फोटक सामग्री छिपा रखी थी
जवानों ने मौके पर इलाके से ही सर्चिँग में नक्सलियों की बनायी गयी सुरंग के अन्दर प्रवेश कर पूरी सुरंग की जांच पड़ताल की है। इसमें नक्सलियों के आईईडी बम बनाने के लिए उपयोग में आनेवाली सामग्री बरामद की गयी। नक्सलियों ने सुरंग में हथियार और विस्फोटक सामग्री छिपा रखी थी। सुरंग से जवानों ने विस्फोटक बनाने की मशीन, बिजली के तार, कांच की बोतलों से बने बम और भारी मात्रा में अन्य नक्सली सामग्री बरामद किया है।
सुकमा डीआरजी के जवान जब सुरंग के भीतर टॉर्च की रोशनी में पहुंचे, तो उनके होश उड़ गये। सुरंग के भीतर पूरा का पूरा एक कमरा बना हुआ मिला। कमरे के भीतर कई तरह की लेथ मशीनें लगी हुई मिलीं। लेथ मशीनों के जरिए हथियार बनाने का यहां काम किया जा रहा था। सुरंग के भीतर से डीआरजी जवानों को कई हथियार और बम भी मिले हैं। सुरंग में कई बॉटल बम बना कर रखे गये थे। हथियार और बम बनाने में इस्तेमाल होनेवाले सामान भी बरामद किये गये। जवानों ने सुरंग को पाट दिया है।
बसतर आईजी ने बताया कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य की सीमा पर स्थित तीन जिलों की पुलिस ने लगभग 48 घंटे तक आॅपरेशन चलाया। 15 जनवरी की रात तक जवान नक्सलियों के कोर इलाके में पहुंच गये थे। 16 जनवरी की सुबह करीब 08-09 बजे नक्सलियों से पहली मुठभेड़ हुई, जिसमें 02 नक्सली मारे गये थे। इसके बाद दिनभर रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। 16 तारीख को करीब 08-10 घंटे तक लगातार फायरिंग होती रही, लेकिन रात होने पर गोलीबारी रुक गयी। अगले दिन, 17 जनवरी की सुबह से जवानों ने इलाके में सर्च आॅपरेशन जारी रखा और 12 नक्सलियों के शव बरामद किये।
नक्सलियों के कोर इलाके में लगातार सुरक्षा बल के जवान सर्च अभियान चला रहे हैं। इसकी वजह से नक्सली अपने ठिकाने लगातार बदल रहे हैं। साथ ही, यह इन इलाकों में सुरक्षा बल के जवानों का दबाव बढ़ने से अब नक्सलियों को इलाके में रहना भी मुश्किल हो गया है। इन परिस्थितियों के बीच जवानों को लगातार सफलता मिल रही है, इसलिए नक्सलियों के लिए अब यह इलाका सुरक्षित नहीं रहा है।

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