Ranchi news : बिहार-झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पटना स्थित एनआइस की विशेष अदालत में नक्सलियों के सहयोगी विनोद मिश्रा के विरुद्ध पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है। वह माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य और उत्तर क्षेत्रीय ब्यूरो के प्रमुख प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा उर्फ बनवारी उर्फ बीबी उर्फ बाबा का सहयोगी है। एनआइए ने कोर्ट में बताया है कि माओवादियों के मगध जोन को एक बार फिर से सक्रिय करने की तैयारी चल रही थी।
क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करने की थी तैयारी
आरोपित विनोद मिश्रा मगध जोन को सक्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। वह अपने घर में माओवादियों के नेताओं को आश्रय देता था। उन्हें खाने-पीने की वस्तुएं मुहैया कराता था। वह इस कोशिश में था कि मगध जोन में माओवादी फिर से मजबूत स्थिति में आएं। उसका मुख्य उद्देश्य कैडर की भर्ती व लेवी-रंगदारी की अधिक से अधिक वसूली करना था। वह देश की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करना चाहते थे।
एनआइए ने 10 अगस्त 2023 को दो शीर्ष नक्सली नेताओं पर की थी प्राथमिकी
एनआइए ने 10 अगस्त 2023 को दो शीर्ष नक्सली नेताओं की गिरफ्तारी मामले में केस दर्ज किया था। इनमें पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा व उसके सहयोगी सब जोनल कमांडर आरोपी अनिल यादव उर्फ अंकुश उर्फ लवकुश शामिल थे। एनआइए ने इस पूरे प्रकरण में प्रमोद मिश्रा, अनिल यादव, विनोद मिश्रा व अन्य पर प्राथमिकी की थी। फरवरी 2024 में एनआइए ने गिरफ्तार प्रमोद मिश्रा व अनिल यादव पर चार्जशीट की थी। तीसरा आरोपित विनोद मिश्रा फरार चल रहा था, जिसे एनआइए ने 20 मार्च 2024 को धनबाद से गिरफ्तार किया था।