New Delhi news : केन्द्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह ने ड्रोन की उभारती चुनौती, साइबर अपराध और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके अशांति फैलाने के प्रयासों पर चिन्ता जताते हुए कहा कि खतरे और चुनौतियां कितने भी बड़े क्यों ना हों, हमारे जवानों के अडिग प्रण के सामने टिक नहीं पायेंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर अमित शाह ने कहा, ‘आज हम सभी देश की आंतरिक सुरक्षा और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देनेवाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए हैं। ये जवान कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से किबिथु तक देश की सीमाओं को सुरक्षित रखते हैं। हमारे जवान उत्सव हो या आपदा हर समय ड्यूटी करते हैं।’ शाह ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी और ओर उनके परिजनों को भी नमन किया।
गृहमंत्री ने कहा, ‘36468 पुलिस के जवानों और अलग-अलग बल के कर्मियों ने जो बलिदान दिया है, उसी के चलते आज देश इतनी प्रगति कर पाया है। पिछले एक वर्ष के दौरान 216 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राण न्योछावर किये हैं। शाह ने उन्हें भी श्रद्धांजलि दी और परिजनों को विश्वास दिलाया कि उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जायेगा।’
अमित शाह ने कहा, ‘कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद और उत्तर पूर्व के तीनों क्षेत्र सालों से अशांति के लिए चर्चा का विषय बने हुए थे। पिछले एक दशक में हमारे जवानों के चलते हम उसमें करीब-करीब सम्पूर्ण शांति प्रस्तावित करने में सफल हुए हालांकि लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘ड्रोन की उभारती चुनौती, नारकोटिक्स का कारोबार, साइबर अपराध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके अशांति फैलाने के प्रयास, धार्मिक भावनाओं को उकसाने के षड्यंत्र, अवैध हथियारों की तस्करी और आतंकवाद हमारे सामने चुनौती बन कर खड़े हुए हैं।
उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि खतरे और चुनौतियां कितने भी बड़े क्यों ना हों, हमारे जवानों के अडिग प्रण के सामने टिक नहीं पायेंगे। तीन नये कानून को लेकर अमित शाह ने कहा कि देश के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में इनका क्रियान्वयन चालू हो गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण का काम पांच साल पहले ही चालू कर दिया गया था और अब बाकी सारी व्यवस्थाएं करते-करते और तीन साल होंगे, परंतु तीन साल के बाद में देश की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम पूरी दुनिया में सबसे आधुनिक होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द चंडीगढ़ से एक पुलिस यूनिट का सम्पूर्ण क्रियान्वयन का उद्घाटन करेंगे।