Kolkata news : आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर के दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में प्रसिद्ध चित्रकार प्रदोष पॉल ने राज्य चारुकला परिषद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा परिषद के अध्यक्ष जोगेन चौधरी को भेजा है। पॉल पिछले एक सप्ताह में परिषद से इस्तीफा देने वाले दूसरे प्रमुख कलाकार हैं। इससे पहले 05 सितंबर को प्रसिद्ध चित्रकार सनातन डिंडा ने परिषद से इस्तीफा दिया था। पॉल ने अपने इस्तीफे में कहा है कि वे हजारों लोगों की तरह इस भयावह घटना से बेहद दुखी हैं।
पॉल ने कहा, “एक सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्ति के रूप में मैं इस मामले में जनता के दु:ख से खुद को दूर नहीं रख सकता। मेरी भी यही मांग है- सच सामने आए और असली अपराधियों को सजा मिले। ऐसी स्थिति में मैं किसी भी राज्य सरकार की संस्था से जुड़ा नहीं रहना चाहता। मैं अनुरोध करता हूं कि परिषद की सदस्यता से मेरा नाम हटा दिया जाए। मैं परिषद के किसी भी हिस्से से जुड़ा नहीं रहना चाहता।
चारुकला परिषद की स्थापना 1987 में वाम मोर्चा शासन के दौरान की गई थी
राज्य चारुकला परिषद पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग के अधीन काम करने वाली एक संस्था है। राज्य चारुकला परिषद की स्थापना 1987 में वाम मोर्चा शासन के दौरान की गई थी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रसिद्ध नाटककार चंदन सेन ने भी आरजी कर कांड के विरोध में 2017 में राज्य सरकार द्वारा उन्हें दिए गए दीनबंधु मित्र पुरस्कार को लौटाने का निर्णय लिया। सेन ने पुरस्कार की राशि भी वापस करने की पेशकश कर दी।