New Delhi news : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गणेश पूजा के लिए चीफ जस्टिस आफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर जाने सियासत तेज हो गई है। विपक्षी नेताओं ने इसको लेकर सवाल उठाये हैं। वहीं, भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए विपक्ष से सवाल किये हैं कि इफ्तार पार्टी में प्रधानमंत्री की उपस्थिति की सराहना करनेवाले आज गणपति पूजा के विरोध में खड़े हैं। इसलिए वे प्रधानमंत्री की आलोचना कर रहे हैं।
…तो उनकी हिम्मत टूट जाती है
इस मुद्दे पर केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि वही लोग जो इफ्तार में प्रधानमंत्री की उपस्थिति की सराहना करते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं, जब वे प्रधानमंत्री मोदी को सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजन करते देखते हैं, तो उनकी हिम्मत टूट जाती है। वे इसके विरोध में खड़े हो जाते हैं। दरअसल, वे गणेश पूजा के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में करोड़ों भक्तों द्वारा पूजे जाने वाले देवताओं के सामने कार्यपालिका और न्यायपालिका की प्रार्थना भारतीय धर्मनिरपेक्षता की वास्तविक ताकत को दर्शाती है।
इस बारे में शिव सेना (उद्धव ठाकरे) नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री मोदी और चीफ जस्टिस की मुलाकात को लेकर कहा कि अगर संविधान के रखवाले इस प्रकार से राजनीतिक नेताओं से मिलते हैं, तो लोगों के मन में शंका पैदा हो सकती है।