New Delhi news : बहुत बार ऐसा होता है कि दूसरों को परेशान करने वाला अपनी चाल से खुद परेशानी का केंद्र बन जाता है। पाकिस्तान में ऐसा ही हुआ है। भारत के प्रति उसकी नीयत हमेशा खराब रहती है और वह हमेशा भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने की करतूत करते रहता है। अब वह खुद ऐसी नीयत का शिकार हो रहा है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में आतंकवादी अब सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए वीडियो गेम और चार्जिंग उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस स्टेशनों पर हुए हालिया हमलों के संदर्भ में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि आतंकवादियों ने स्वात के एक पुलिस स्टेशन पर हमला करने के लिए पब्जी यानी प्लेयरअननोन बैटलग्राउंड में पेश की गई सुविधाओं का इस्तेमाल किया।
आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत
पाकिस्तान के अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 28 अगस्त को स्वात के बनर पुलिस स्टेशन पर आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। तफ्तीश के लिए पुलिस अधिकारियों ने कई घंटों तक अलग-अलग निगरानी कैमरों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। उन्हें एक व्यक्ति पुलिस स्टेशन के बाहर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए मिला, जिस पर हमला हुआ। स्वात के जिला पुलिस अधिकारी जहीदुल्लाह ने कहा कि मामला बिल्कुल अलग निकला। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने कभी एक-दूसरे को फोन नहीं किया, बल्कि ट्रेस होने से बचने के लिए पब्जी के फीचर का इस्तेमाल किया।
आतंकियों को नहीं मिल रहा था कोई क क्लू
जैसा की डॉन को जाहिदुल्लाह ने बताया कि आतंकवादी अपने ग्रुप के सदस्यों को लड़ाई के लिए प्रेरित करने और प्रैक्टिस करने के लिए पब्जी खेलते थे और बातचीत के लिए चैट रूम का इस्तेमाल करते थे। कोई क्लू नहीं मिल रहा था टारगेट को लोकेट कर आतंकवादियों को गिरफ्तार करना बहुत मुश्किल हो रहा था। उन्होंने हमले के लिए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का इस्तेमाल किया था, जो एक पावर बैंक से बना था, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए यूज किया जाता है।