Ranchi news : यदि किसी अस्पताल में किसी सजायाफ्ता या आरोपी कैदी का इलाज होता है तो नियमों के अनुसार वहां उसकी सुरक्षा व्यवस्था भीज्ञकी जाती है। पुलिस इसकी जिम्मेदारी अपने किसी न किसी कर्मी को देती है। लेकिन, रिनपास में तो गजब हो गया। यहां इलाजरत बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा का कैदी नीतीश कुमार फरार हो गया और किसी को पता भी नहीं चला।
ड्यूटी पर थे दो आरक्षी
इस मामले में कांके थाने में सात अक्टूबर को सिपाही सुरेश मेहता ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। लिखा है कि वह और दूसरा आरक्षी सुनील मरांडी ड्यूटी पर थे। 6 अक्टूबर को खाने के लिए नीतीश निचले हिस्से में शाम साढ़े 6 से 9 बजे के बीच गया था। इसके बाद अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया। ढूंढने के बाद भी नहीं मिला।
5 अक्टूबर को ही हो गया था फरार
कांके पुलिस के अनुसार, नीतीश पांच अक्टूबर को ही फरार हो गया था। छह अक्टूबर को दोनों सिपाही जब वापस ड्यूटी पर आए, तो उसे फरार देखकर उनके हाथ-पांव फूलने लगे। इसके बाद एक कहानी गढ़ कर प्राथमिकी दर्ज कराई। ताकि वे कार्रवाई से बच सकें।
31 अक्टूबर को हुआ था भर्ती
जानकारी के अनुसार, खूंटी के पिपरा गांव निवासी शिव कुमार प्रसाद का पुत्र नीतीश हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसको 31 अगस्त को होटवार जेल से इलाज के लिए रिनपास में भर्ती कराया गया था।