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रेलवे में 02 करोड़ से अधिक का घोटाला !, टिकट का पैसा बैक में जमा करने के बजाय किया हजम

रेलवे में 02 करोड़ से अधिक का घोटाला !, टिकट का पैसा बैक में जमा करने के बजाय किया हजम

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एसबीआई के बाईकर ने किया घोटाला, सीटीआई के निर्देश पर स्टेशन अधीक्षक ने बाईकर पर किया मुकदमा



Jharkhand news, Indian Railway ticket scam :रेलवे में बड़े घोटाले की खबर सामने आयी है। नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन में टिकट बिक्री के 02 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये का घोटाला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। यह घोटाला वर्ष 2023 में हुआ है। घोटाला कोई और नहीं, बल्कि एसबीआई द्वारा स्टेशन से बैंक तक पैसा लाकर जमा करने के लिए अधिकृत एजेंसी राइटर सेफ गार्ड लिमिटेड (डब्ल्यूएसजी) के बाईकर (कर्मियों) ने की है। उक्त कम्पनी के दो कर्मी अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद्र प्रजापति पर राशि के कथित घोटाले का आरोप लगा है। इसका खुलासा रेलवे के बैंक खाते के स्टेटमेंट की जांच पड़ताल के पश्चात हुआ है। इतनी बड़ी राशि का घोटाला होने पर रेल अधिकारियों के कान खड़े हो गये। रेलवे के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक संतोष कुमार ने नगर ऊंटरी थाना में आवेदन देकर बाईकर अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद कुमार प्रजापति के विरुद्ध राशि गबन करने का मामला दर्ज कराया है। दोनों भवनाथपुर थाना क्षेत्र के कोनमंडरा गांव के रहनेवाले हैं। फिलहाल, दोनों कर्मी फरार चल रहे हैं।


क्या है मामला


रेलवे स्टेशन आय की रकम को स्टेशन से लेकर बैंक में जमा करने के लिए रेलवे एवं एसबीआई द्वारा 31 अक्टूबर 2020 को एग्रीमेंट किया गया है। उसके बाद से एग्रीमेंट के तहत बैंक द्वारा अधिकृत एजेंसी (डब्ल्यूएसजी) के बाईकर द्वारा ही स्टेशन से टिकट बिक्री के पैसे को ले जाकर बैंक में रेलवे के खाता संख्या 32595570076 में जमा किया जाता है। इसके बाद बैंक से प्राप्त प्राप्ति रसीद को स्टेशन में जमा किया जाता है। किन्तु, जैसा कि बताया गया है, एजेंसी द्वारा नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन के वर्ष 2023 में हुई टिकट बिक्री के पैसे लगभग 02 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये को एजेंसी के बाईकर अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद्र प्रजापति ने बैंक में जमा नहीं किया। जबकि, बैंक में राशि जमा करने की फर्जी प्राप्ति रसीद को स्टेशन प्रबंधक को लाकर जमा कर दिया। यह क्रम एक वर्ष तक चलता रहा। किन्तु, किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। बाईकर हर दस दिन एवं पंद्रह दिन पर बैंक में राशि जमा करने के नाम पर मोटी राशि का गबन करता गया और फर्जी रसीद स्टेशन प्रबंधक के यहां जमा करता गया।


कैसे हुआ खुलासा


धनबाद रेल मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में लगातार राजस्व की कमी होने पर रेल विभाग हरकत में आ गया। रेलवे के उच्च अधिकारियों ने इसकी जांच पड़ताल शुरू की। अधिकारियों ने सभी स्टेशन को अपने स्टेशन से बाईकर द्वारा भेजी गयी रकम तथा एसबीआई में रेलवे के खाते में जमा की गयी रकम की जांच करने के आदेश दिये। जांच के क्रम में नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन प्रबंधक  द्वारा जब बैंक से स्टेटमेंट एवं बाईकर द्वारा जमा की गयी प्राप्ति रसीद की जांच की, तो पता चला कि बाईकर ने बैंक में राशि को जमा ही नहीं किया है। साथ ही, फर्जी तरीके से प्राप्ति रसीद को स्टेशन में जमा किया है। जांच के क्रम में स्टेशन प्रबंधक ने पाया कि 01 जनवरी 2023 से 31 दिसम्बर 2023 तक लगभग 02 करोड़ 16 लाख 12 हजार 267 रुपये बाईकर अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद्र प्रजापति ने स्टेशन से बैंक में जमा करने के लिए पैसे लिये, किन्तु बैंक में रेलवे के खाता नम्बर 32595570076 में जमा ही नहीं किया। बैंक द्वारा दिये गये स्टेटमेंट में भी इसकी पुष्टि हुई है। स्टेशन प्रबंधक ने इसकी सूचना तत्काल रेलवे के वरीय अधिकारियों को दी। इस आलोक में सीटीआई मनुराम के निर्देश पर स्टेशन प्रबंधक ने नगर ऊंटारी थाने में आवेदन देकर बाईकर अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद्र प्रजापति के विरुद्ध सरकारी राशि का गबन करने का मामला दर्ज कराया है। संदर्भ पर दोनों आरोपियों बाईकर अजय कुमार गुप्ता एवं प्रेमचंद्र प्रजापति का पक्ष नहीं मिल पाया है। इनका पक्ष मिलने पर उसे भी प्रकाशित किया जायेगा।


जल्द गिरफ्तार होंगे अभियुक्त : थाना प्रभारी


नगर ऊंटारी थाना के प्रभारी आदित्य कुमार नायक ने बताया कि स्टेशन प्रबंधक के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में स्टेशन में कार्यरत रेल कर्मियों से पूछताछ की गयी है। जल्द ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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