Ranchi News : इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग लगभग पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झामुमो और कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। शेष सीटों पर सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे। इस हिसाब से 11 सीटों का बंटवारा राजद और माले के बीच होगा।
सोरेन शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि फिलहाल पहले चरण में ये बातें तय की गयी हैं। सोरेन ने कहा कि सीट शेयरिंग में हर पहलू पर ध्यान रखा गया है। उन्होंने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी गठबंधन अपने-अपने ताल ठोक रहे हैं। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, इसकी जिज्ञासा बनी रहती है। इंडिया गठबंधन ने चुनाव को गम्भीरता से लेते हुए हर पहलू को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया है। अब लेफ्ट पार्टी की भूमिका अहम होगी। जल्द ही नाम भी तय कर लिये जायेंगे कि कौन कहां से लड़ेगा।
मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि सीट शेयरिंग लगभग फाइनल है। पार्टी उम्मीदवारों का नाम फाइनल करने में जुटी है। जल्द ही इसका एलान कर दिया जायेगा।
इनसेट
झामुमो-कांग्रेस की घोषणा पर राजद ने जतायी आपत्ति
झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो और कांग्रेस के 70 सीटों पर मिल कर लड़ने की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने आपत्ति जतायी है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और कांग्रेस के नेता जब गठबंधन के तहत 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे थे, तो राजद के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव, राज्यसभा सदस्य डॉक्टर मनोज झा, झारखंड प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव सहित कई नेता रांची में ही थे, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी को नहीं बुलाया। एक तरफा घोषणा कर दी। राजद ने इस पर आपत्ति जतायी है।
मनोज झा ने कहा है कि यह गठबंधन के लिए ठीक नहीं है। रांची में रहने के बावजूद तेजस्वी यादव को इस अवसर पर नहीं बुलाया गया, जबकि गठबंधन के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर कुछ घंटे पहले ही बातचीत की थी। झा ने कहा कि गठबंधन में राजद को 05 सीटें देने की बात चल रही है। यह हमारी पार्टी के साथ अन्याय होगा। वर्ष 2019 के चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को 07 सीटें मिली थीं। पिछले चुनाव में 05 सीटों पर हमारे उम्मीदवार दूसरे नम्बर पर थे। इसलिए हमारी दावेदारी यहां कम से कम एक दर्जन सीटों पर है। इन सीटों पर हम मजबूत हैं। हम चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बावजूद इसके हमारी अनदेखी की गयी। उन्होंने कहा कि घोषणा से हमारे कार्यकताओं में निराशा है। हम बैठक कर इस पर आगे की रणनीति तय करेंगे।