यूपीपीएससी अभ्यर्थियों को समझाने पहुंचे डीएम और कमिश्नर, आरएएफ तैनात
Prayagraj news, UP news : प्रयागराज में उत्तर प्रदेश सेवा आयोग (यूपीपीएससी) कार्यालय के बाहर दूसरे दिन भी अभ्यर्थियों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। बातचीत करने के लिए जिलाधिकारी रविंद्र और पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा पहुंचे। रैपिड एक्शन फोर्स और पुलिस के जवान मौके पर मौजूद हैं। आंदोलित छात्रों की मांग है कि पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाएं एक दिन और एक शिफ्ट में आयोजित की जाएं।
प्रयागराज में यूपी के अलग-अलग जिलों और दूसरे राज्यों से पहुंचे अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग के बाहर धरना दिया। मंगलवार को भी प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प भी हुई। आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने आयोग के ऑफिस जाने वाली रास्तों पर बैरिकेड लगा दिए और पूरा इलाका छावनी में बदल गया।
आयोग के गेट पर लिखा लूट सेवा आयोग :
प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन तेज हो रहा है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आयोग के गेट पर लूट सेवा आयोग लिख कर विरोध जताया है।
सोशल मीडिया पर भी आंदोलन
छात्र विरोध प्रदर्शन के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे है। एक छात्र ने लिखा कि जो वन नेशन, वन इलेक्शन का ख़्वाब बुनते हैं, वही वन एग्जाम, वन शिफ्ट से पीछे हटते हैं। एक और छात्र ने पोस्ट किया कि आप स्वयं को सुनने के लिए बुलाते हैं तो प्रेम, हम अपनी सुनाने आएं तो बैरिकेटिंग का फ्रेम!
सांकेतिक शवयात्रा भी निकाली
आंदोलनकारी छात्रों ने लोकसेवा आयोग के दो नंबर गेट पर मंगलवार की दोपहर आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की तस्वीर चिपका दिया। तस्वीर के साथ लिखा कि छात्रों के भविष्य से खेलना मेरा शौक है। अध्यक्ष की सांकेतिक शव यात्रा भी निकाली गई।
कोचिंग संस्थानों पर फूटा गुस्सा
कोचिंग संस्थानों का छात्रों को समर्थन नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों का गुस्सा इनके प्रचार सामग्री और फ्लैक्स-पोस्टरों पर उतर रहा है। आंदोलित छात्रों ने कोचिंग संस्थानों को फ्लैक्स को भी मंगलवार को फाड़ना शुरू कर दिया। कई कोचिंग के फ्लैक्स फाड़ते छात्र दिखाई दिए।
दो पालियों में परीक्षा कराने का तर्कसुप्रीम कोर्ट द्वारा नीट परीक्षा हेतु गठित राधाकृष्णन कमेटी द्वारा भी दो पालियों में परीक्षा कराने की अनुशंसा की गई है। वहीं, पुलिस भर्ती परीक्षा भी दो पालियों में कराई गई। आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के बीते 7 नवंबर के आदेश के अनुसार यदि विज्ञापन, भर्ती एवं चयन संबंधी किसी बिन्दु पर मौन है। उससे संबंधित सक्षम प्राधिकारी चयन हेतु अभ्यर्थियों की शार्टलिस्टिंग के उद्देश्य से यथा आवश्यक प्रशासनिक एवं व्यवस्थागत प्रक्रिया निर्धारित और लागू कर सकते हैं। आयोग की ही प्रक्रिया अपनायी जा रही है।
छात्रों की चिंताएं गंभीर
केशव मौर्य ने मंगलवार को एक्सप हैंडल पर पोस्ट किया- ‘यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं। छात्रों की मांग है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हों, ताकि उनकी मेहनत का सम्मान हो और भविष्य सुरक्षित हो सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने 2017 से भर्ती माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाकर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की मिसाल पेश की है। लगभग 7 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है।
आंदोलन के पीछे सपा
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि यूपीपीसीएस आंदोलन को ड्रामा करार दिया। राजभर ने कहा कि आंदोलन छात्र नहीं कर रहे हैं। आंदोलन सपा के लोग कर रहे हैं। आप देख लीजिए, वहां पर लाल गमछा पहनकर आंदोलन किया जा रहा है।