Tehran News: ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई ने सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता के पतन के लिए सीधे तौर पर अमेरिका और इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इसमें परोक्ष तौर पर तुर्की का भी हाथ है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक 11 दिसंबर को आयतुल्लाह अली खामेनेई ने राजधानी तेहरान में एक सार्वजनिक भाषण में कहा, ”इसमें कोई शक नहीं है सीरिया में जो कुछ भी हुआ वह अमेरिकी-जियोनिस्ट योजना का नतीजा था।”
सीरिया में हमला करने वाले हर पक्ष का अलग-अलग मकसद
उन्होंने सीधे तौर पर तुर्की का तो नाम नहीं लिया, लेकिन कहा, ”इसमें एक पड़ोसी देश ने भी अपनी भूमिका निभाई है और अब भी वो ऐसा कर रहा है। हर कोई ये देख रहा है। लेकिन मुख्य अपराधी, साजिशकर्ता और इस पूरी योजना को अंजाम देने वालों का निर्देश केंद्र अमेरिका और जियोनिस्ट शासन में है।” उन्होंने कहा, ”हमारे पास इसके सुबूत हैं। इन सुबूतों के बाद हमारे पास अब संदेह की कोई वजह नहीं बची है।” ख़ामेनेई ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि ये सब कुछ अमेरिका और इसरायल की शह पर हुआ है। उन्होंने कहा, “सीरिया में हमला करने वाले हर पक्ष का अलग-अलग मकसद है। कुछ जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, तो अमेरिका इस क्षेत्र में अपने पैर जमाना चाहता है। वक्त बताएगा कि इनमें से कोई भी अपने इस मकसद को हासिल नहीं कर पाएगा।”